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प्रचंड का नेपाल में नई सरकार का नेतृत्व करने का दावा

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काठमांडू, 17 दिसम्बर (आईएएनएस)। नेपाल में नई सरकार के गठन के चरण में प्रवेश करते ही सीपीएन (माओवादी सेंटर) के अध्यक्ष पुष्पा कमल दहल उर्फ प्रचंड ने अगली सरकार का नेतृत्व करने का दावा किया है।

प्रचंड की पार्टी सीपीएन (माओवादी सेंटर) नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल के बाद तीसरे स्थान पर है। लेकिन नेपाली कांग्रेस और माओवादी सेंटर ने 20 नवंबर के चुनाव को लोकतांत्रिक-वाम गठबंधन के तहत संयुक्त रूप से लड़ा था। ऐसे समय में जब मौजूदा प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा अगली सरकार का नेतृत्व करने का दावा कर रहे हैं, प्रचंड द्वारा किए गए दावे ने नेपाली राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है।

शनिवार को देउबा और प्रचंड के बीच एक बैठक के दौरान, घटनाक्रम से परिचित लोगों के अनुसार, प्रचंड ने अगली सरकार का नेतृत्व करने का दावा किया और देउबा से सहायता मांगी। लेकिन नेपाली कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि उनकी पार्टी नई सरकार का नेतृत्व करेगी। नेपाली कांग्रेस के प्रवक्ता प्रकाश शरण महत ने शनिवार को कहा, चूंकि हम सबसे बड़ी पार्टी हैं, नेपाली कांग्रेस नई सरकार का नेतृत्व करेगी।

सरकार गठन की प्रक्रिया सोमवार से राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी द्वारा राजनीतिक दलों को संयुक्त सरकार बनाने के लिए बुलाए जाने के बाद शुरू होगी, क्योंकि 20 नवंबर को हुए चुनावों में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ है। बैठक में, प्रचंड ने कथित तौर पर देउबा से कहा कि वह नई सरकार का नेतृत्व करने और देश को प्रगति और राजनीतिक स्थिरता के पथ पर ले जाने के इच्छुक हैं, और उन्होंने देउबा से पार्टी और गठबंधन के समर्थन के लिए अनुरोध किया।

देउबा और प्रचंड के बीच मुलाकात के बाद महत ने कहा, अच्छा होगा अगर नेपाली कांग्रेस नई सरकार का नेतृत्व करती है क्योंकि वह सदन में सबसे बड़ी पार्टी है। प्रचंड भी नई सरकार का नेतृत्व करने का दावा कर रहे हैं जिसे हमने स्वाभाविक माना है। लेकिन नेपाली कांग्रेस का नेतृत्व की ठीक रहेगा।

संख्यात्मक रूप से बोलते हुए, 275 के सदन में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सरकार का नेतृत्व करने की प्रचंड की चाल राजनीतिक और संवैधानिक रूप से अस्थिर है, ऐसा माना जाता है कि माओवादी और यूएमएल सहित वामपंथी झुकाव वाले दलों की सरकार बनाने के लिए एक और कम्युनिस्ट पार्टी, सीपीएन-यूएमएल के बाद उन्होंने इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाया।

2017 में पिछले चुनावों में, यूएमएल और माओवादी सेंटर ने संयुक्त रूप से चुनाव लड़ा और बाद में उन्होंने 2018 में नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी नामक एक नई पार्टी बनाने के लिए अपनी-अपनी पार्टियों को एकजुट किया। लेकिन पार्टी एकजुट नहीं रह सकी और मार्च 2021 में विभाजित हो गई। नेपाली कांग्रेस की 89 की तुलना में माओवादी सेंटर की संसद में केवल 32 सीटें हैं, जबकि यूएमएल के पास 78 सीटें हैं।

कुछ मीडिया रिपोटरें के अनुसार, देउबा ने प्रचंड से कहा कि वह इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से देखेंगे और इस पर गठबंधन के अन्य सहयोगियों से परामर्श करेंगे।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

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