Homeराजनीति11 मार्च को न्यू विजन ऑफ इंडिया पेश करेंगे कपिल सिब्बल

11 मार्च को न्यू विजन ऑफ इंडिया पेश करेंगे कपिल सिब्बल

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नई दिल्ली, 4 मार्च (आईएएनएस)। कांग्रेस के पूर्व नेता और निर्दलीय सांसद कपिल सिब्बल ने दावा किया है कि वो आगमी 11 मार्च को जंतर-मंतर पर एक मुहिम की शुरुआत के तहत न्यू विजन ऑफ इंडिया पेश करेंगे।

कपिल सिब्बल ने शनिवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि ये कोई राजनीतिक मुहिम नहीं हैं। हम चाहते हैं कि सब मिलकर इस बदलाव के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि किसी भी शासन में सब चीजें बुरी नहीं होती पर अब उसकी हद हो चुकी है। इसलिए 11 मार्च को जंतर-मंतर पर हम इस मुहिम की शुरुआत करेंगे।

इसके लिए उन्होंने कहा की वो विपक्षी दलों के नेताओं और मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित करेंगे। उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में वो महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ जा कर विपक्षी दलों के नेताओं को एकजुट करेंगे।

हालांकि सिब्बल ने ये भी कहा, मैं मोदी जी की अलाचना करने नहीं बैठा, मैं उनको सुधार दूंगा। ये कोई राजनिक मुहिम नहीं हैं। हम चाहते हैं कि सब मिलकर इस बदलाव के लिए काम करें।

उन्होंने कहा कि जब जब बदलाव आया है कभी भी वकीलों द्वारा आया है। मैं पूछना चाहता हूं कि हिंदुस्तान के वकील चुप क्यों हैं। मुझे लगता है कि हिन्दुस्तान के वकीलों को एक जुट होकर एक नई आवाज उठानी चाहिए। एक अभियान चलाना चाहता हूं । हिन्दुस्तान हर जगह बेइंसाफी का दौर चल रहा है, बिजनेस, पत्रकार, जनता, विपक्ष सब पर।

उन्होंने कहा, इंसाफ की सिपाही नाम से हमने एक वेबसाइट शुरू की है। इसमें वकील लोग सबसे आगे होंगे लड़ाई लड़ने में। हिन्दुस्तान की हर गली में हर कस्बे में इंसाफ के सिपाही खड़े रहें। जो जनता की हर मुद्दे पर मदद करें। देश का संविधान ये कहता है कि इंसाफ मिलना चाहिए न्याय ( सामाजिक, आर्थिक और राजानिक ) होना चाहिए। एक चुनी हुई सरकार को गिरा दिया गया, विश्व में कौन सा ऐसा लोकतांत्रिक देश है, जहां पर ऐसा होता है और इस पर कोर्ट, जनता और वकील चुप बैठे हैं।

उन्होंने दावा किया कि केवल देश के सौ लोगों के पास 54 लाख करोड़ है। देश बिना बजट के इस पैसे से 18 महीने तक चल सकती है। किसी के पीछे भी ईडी और सीबीआई लगा दी जा रही है। हम इस देश में सरकार बनाम जनता देख रहे हैं। 121 लोगों खिलाफ ईडी पहुंची, इसमें से 115 विपक्षी लोग थे। जो बीजेपी में शामिल हो गए, उनके खिलाफ केस भी खत्म कर दिया गया।

उन्होंने कहा, एक नागरिक की डिग्निटी की रक्षा करना संविधान का कर्तव्य है, लेकिन सरकार उसी के धर्म के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। ये वक्त आ गया है जानता को जागरूक करने का, आप हमारे धर्म के सिपाही बनिए, मैं चाहूंगा विपक्षी दलों के सीएम और नेता हमारे अभियान में सहयोग दें।

–आईएएनएस

पीटीके/सीबीटी

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