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तेलंगाना इकाई के कांग्रेस प्रभारी ने चुनाव के मद्देनजर एकता की जरूरत पर जोर दिया

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हैदराबाद, 21 जनवरी (आईएएनएस)। इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी में आपसी कलह को खत्म करने और एकता कायम करने के उद्देश्य से राज्य में पार्टी के नए प्रभारी माणिकराव ठाकरे ने शनिवार को स्पष्ट किया कि वह न तो किसी के पक्ष में हैं और न किसी के विरोध में।

उन्होंने पार्टी की राज्य इकाई के नेताओं से एकता के साथ काम करने को कहा और कहा कि अगर कोई मुद्दा है तो उन्हें उनके संज्ञान में लाएं। उन्होंने उन्हें मीडिया के सामने आंतरिक मुद्दों पर बात नहीं करने की सलाह दी, क्योंकि इससे पार्टी के हितों को नुकसान होगा।

हैदराबाद में तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) की विस्तारित कार्यकारिणी बैठक को संबोधित करते हुए प्रभारी ने नेताओं से कहा कि उनका कर्तव्य अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के आदेशों के अनुसार कार्य करना है।

उन्होंने पार्टी नेताओं से राज्य में हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तरह सफल बनाने को कहा।

ठाकरे ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि कार्यक्रम को गांव-गांव और गली-गली तक पहुंचाने के लिए एकता के साथ काम करें। उन्होंने बैठक में शामिल लोगों से कहा कि हाड़ कंपा देने वाली ठंड में राहुल गांधी ने देशव्यापी यात्रा की और यात्रा का संदेश घर-घर तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है।

एआईसीसी प्रभारी ने कहा कि टीपीसीसी अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी राज्य में कम से कम 50 विधानसभा क्षेत्रों में यात्रा करेंगे और वरिष्ठ नेताओं से अन्य 20-30 निर्वाचन क्षेत्रों को कवर करने के लिए कहा।

ठाकरे ने कहा कि पार्टी में सभी को आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यात्रा को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। उन्होंने कहा, अगर हम सब मिलकर काम करें तो कांग्रेस पार्टी निश्चित रूप से चुनाव जीतेगी और सत्ता में आएगी।

रेवंत रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना में हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा छह फरवरी से शुरू होगी और दो महीने तक चलेगी। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें केंद्रीय नेतृत्व से प्रियंका गांधी या सोनिया गांधी के एक दिन के तेलंगाना दौरे की व्यवस्था करने की अपील की गई।

उन्होंने कहा कि यात्रा की औपचारिक शुरुआत भद्राचलम से 26 जनवरी को होगी।

बैठक में रेवंत रेड्डी, कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क, पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी, एआईसीसी के तीन प्रभारी सचिव और अन्य नेताओं ने भाग लिया।

माणिकराव ठाकरे ने इन समितियों के विस्तार और उनके कार्यो के संबंध में अभियान समिति, चुनाव प्रबंधन समिति और एआईसीसी कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष के साथ भी बैठकें कीं।

एआईसीसी ने 4 जनवरी को पार्टी की राज्य इकाई में अंदरूनी कलह के बीच ठाकरे को नया प्रभारी नियुक्त किया।

महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता ठाकरे ने मणिक्कम का स्थान लिया। वरिष्ठ नेताओं के एक वर्ग की शिकायतों पर टैगोर का गोवा स्थानांतरित कर दिया गया। बताया गया कि वह रेवंत रेड्डी का समर्थन कर रहे थे और एकतरफा निर्णय ले रहे थे।

वरिष्ठ नेताओं के एक वर्ग ने पिछले महीने रेवंत रेड्डी की पार्टी में उनके वफादारों से भर जाने के लिए आलोचना की थी।

उन्होंने तेलंगाना आंदोलन के दौरान कांग्रेस को बचाने का आह्वान भी किया था और इसे असली कांग्रेस व अन्य दलों से आए नेताओं के बीच की लड़ाई करार दिया था। यह रेवंत रेड्डी और अन्य लोगों पर खुला हमला था, जिन्होंने कुछ साल पहले तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

वरिष्ठ नेताओं के विद्रोह का झंडा बुलंद करने के एक दिन बाद रेवंत रेड्डी के 13 वफादारों ने पार्टी पदों से इस्तीफे की घोषणा की थी।

इस संकट ने आलाकमान को वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को हैदराबाद भेजने के लिए मजबूर कर दिया था। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से दोनों समूहों के नेताओं से मुलाकात की और प्राप्त फीडबैक के आधार पर आलाकमान को एक रिपोर्ट सौंपी।

–आईएएनएस

एसजीके

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