विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने कहा कि इंटर्नशिप से छात्रों को कक्षाओं में प्राप्त सैद्धांतिक ज्ञान को वास्तविक दुनिया के बारे में जानने और सीखने का मौका मिलता है। यह व्यावहारिक अनुभव शैक्षणिक शिक्षा और व्यावहारिक कार्यान्वयन के बीच की दूरी को कम करता है।
स्नातक छात्रों की 100 फीसदी रोजगार क्षमता को अब इंटर्नशिप के माध्यम से पूरा किया जाएगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी ) 2020 के तहत शैक्षणिक सत्र 2023-24 से शुरू चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम के लिए इंटर्नशिप और रिसर्च इंटर्नशिप पॉलिसी 2023 तैयार की है।
इंटर्नशिप पॉलिसी 2023 इंडिया स्किल रिपोर्ट 2022, एनईपी 2020, करिकुलम एंड क्रेडिट फ्रेमवर्क के आधार पर तैयार की गई है। यूजीसी का मकसद स्नातक छात्रों में इंटर्नशिप के माध्यम रोजगार क्षमता में और अधिक सुधार लाना है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने कहा कि इंटर्नशिप से छात्रों को कक्षाओं में प्राप्त सैद्धांतिक ज्ञान को वास्तविक दुनिया के बारे में जानने और सीखने का मौका मिलता है। यह व्यावहारिक अनुभव शैक्षणिक शिक्षा और व्यावहारिक कार्यान्वयन के बीच की दूरी को कम करता है।
छात्रों के लिए संचार, टीम वर्क, समस्या-समाधान और समय प्रबंधन सहित कौशल की एक विस्तृत श्रृंखला को विकसित और बदलावों के बारे में बताना जरूरी था। यूजीसी की इस इंटर्नशिप गाइडलाइन से छात्रों को इंटर्नशिप के दौरान तकनीकी कौशल के बारे में भी जानकारी मिलेगी। यूजीसी का उद्देश्य छात्रों को पेशेवरों और संभावित सलाहकारों से जुड़कर एक पेशेवर नेटवर्क बनाने में सक्षम बनाना है।
रिसर्च, तकनीक, वैश्विक मांग के आधार पर प्रशिक्षण
इंटर्नशिप में अब रिसर्च इंटर्नशिप भी जोड़ा गया है। अब हर छात्र को सिर्फ किताबी पढ़ाई और प्रशिक्षण का ज्ञान नहीं दिया जाएगा, बल्कि उन्हें समाज और आम लोगों के लिए काम आने वाले रिसर्च खासकर उनके मनपसंद विषयों से जोड़ा जाएगा।
इसके अलावा वैश्विक मांग वाले क्षेत्र (ट्रेड,एग्रिकल्चर, बैकिंग, फाइनेंशियल, इंश्योरेंस, फॉस्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स, टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी,पब्लिक व लीगल पॉलिसी,इंवायरमेंट, एजुकेशन, कम्यूनिकेशन,कॉमर्स, छोटे उद्योग,इंटरनेट ऑफ थिकिंग, एआई, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग,रियलिटी – वर्चुअल रियलिटी,हेल्थकेयर, लाइफ साइंस, ऑटोमोटिव, रिटेल, स्पोर्ट्स वेलनेस-फिजिकल एजुकेशन आदि में हाईब्रिड मोड से होगी। स्थानीय बाजार व उद्योगों को भी शामिल किया जाएगा।
88.6 फीसदी को इंटर्नशिप की तलाश
यूजीसी की विशेषज्ञ समिति ने नई इंटर्नशिप पॉलिसी को इंडिया स्किल रिपोर्ट 2022 और उसकी कमियों में सुधार के आधार पर तैयार किया है। इस रिपोर्ट में था कि पिछले तीन वर्षों में युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार हुआ है। वर्ष 2020 में यह 45.97 फीसदी तो 2021 में 46.2 फीसदी और 2022 में यह 56 फीसदी तक पहुंच गई है। इसमें महिलाओं की रोजगार क्षमता 51.44 फीसदी है। जबकि वाणिज्य के क्षेत्र में स्नातक छात्रों की उच्चतम रोजगार योग्यता की रेटिंग लगभग 60.62 फीसदी थी। इसी रिपोर्ट में लिखा है कि 88.6 फीसदी ग्रेजुएट इंटर्नशिप की भी तलाश में हैं। इसके अलावा देश में नियोक्ता कम से कम एक वर्ष का अनुभव रखने वाले कर्मियों को काम पर रखना पसंद करते हैं। 2022 में सबसे अधिक रोजगार क्षमता में सुधार हुआ है। इसी के आधार पर अब इंटर्नशिप में बदलाव किए गए हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु
केंद्रीयकृत डिजिटल पोर्टल बनेगा, जिस पर सभी छात्रों का पंजीकृत करवाया जाएगा।यहां छात्रों का रिकार्ड रहेगा, ताकि रोजगार के समय उसे लाभ मिल सके।कोई भी नियाेक्ता सीधे इस पोर्टल के माध्यम से छात्र की जानकारी और प्रदर्शन देख सकेगा।हर छात्र को उच्च शिक्षण संस्थान के अलावा संबंधित इंटर्नशिप एरिया में सुपरवाइजर और मेंटर मिलेगा। -इंटर्नशिप में मूल्य आधारित कौशल भी जोड़ा जाएगा।स्थानीय उद्योगों और बाजारों के साथ मिलकर भी इंटर्नशिप करवाई जाएगी।