Homeलाइफस्टाइलमौसम में बदलाव से इन्फ्लूएंजा संक्रमण का खतरा

मौसम में बदलाव से इन्फ्लूएंजा संक्रमण का खतरा

देहरादून:हाल के दिनों में मौसम में जल्दी-जल्दी बदलाव हो रहा है। कभी तापमान थोड़ा बढ़ जाता है तो कभी काफी कम हो जाता है। इस वजह से सांस की बीमारियां व इन्फ्लूएंजा-ए (एच3एन2) का संक्रमण बढ़ गया है। ओपीडी में सांस व इन्फ्लूएंजा-ए संक्रमण के मरीज बढ़ गए हैं।बदलते मौसम की वजह से फ्लू, वायरल फीवर आदि का खतरा बढ़ गया है. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के अस्पतालों में रोजाना हर दिन 150 से 200 मरीज पहुँच रहे है हालाँकि घबराने की जरुरत नहीं है| इसका मुख्य कारण है मौसम बदलना, क्योंकि सुबह-शाम ठंड और दोपहर के वक्त मौसम इतना गर्म हो रहा है कि लोगों को लगता है गर्मी आ गई और वो हल्के कपड़े पहनते हैं, जिससे हवा लग जाने पर ठंड लग जाती है| मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं उनमें ज्यादातर सर्दी, खांसी, जुकाम जैसे फ्लू व वायरल के लक्षण नजर आ रहे हैं|

इन्फ्लूएंजा-ए का कारण यह है कि इन दिनों एच3एन2 का संक्रमण फैला हुआ है। परिवार में किसी एक को इसका संक्रमण होने पर अन्य सदस्य भी इसकी चपेट में आ जाते हैं। इससे 104 डिग्री फारेनहाइट तक बुखार तक आ रहा है। बारिश के कारण इसका संक्रमण और बढ़ेगा। बुजुर्गों, बच्चों, सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों को विशेष ध्यान रखना चाहिए।

बचाव के उपाय

  • बचाव के उपाय
  • बाहर जाने पर मास्क पहने।
  • बुजुर्ग व बच्चों का विशेष ध्यान रखें।
  • घर में किसी को खांसी व बुखार हो तो उसे अलग कमरे में आइसोलेट करके रखना चाहिए। ताकि किसी और को इन्फ्लूएंजा संक्रमण न होने पाए।
  • गुनगुना पानी पीना चाहिए, ठंडी चीजें खाने से बचें।
  • सांस लेने में परेशानी, गले में खराश व दर्द हो तो डाक्टर से संपर्क करें।
  • इन्फ्लूएंजा का टीका हर वर्ष लगाना चाहिए।
  • धुप और भाप ले ,राहत मिलेगी |

देश भर में हाल के दिनों में मौसम में जल्दी-जल्दी बदलाव देखने को मिला है। ऐसे में खुद को स्वस्थ रखने के लिए आपको अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। बुजुर्गों बच्चों सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों को विशेष ध्यान रखना चाहिए।

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