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चेन्नई, 5 मार्च (आईएएनएस)। तमिलनाडु के रामनाथपुरम के किसान रविवार और सोमवार को मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा मदुरै और आसपास के जिलों के दौरे के दौरान क्षेत्र में सूखे के कारण फसलों के नुकसान के मुआवजे के लिए गुहार लगा रहे हैं।
किसान संघ के नेता आर भाकियानाथन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, बेमौसम बारिश के कारण फसलों के नुकसान के लिए जहां डेल्टा के किसानों को मुआवजा दिया गया है, वहीं हमारी अनदेखी की गई है। सूखे के कारण जलस्रोत सूख रहे हैं, जिससे हमारी फसलें सूख रही हैं और हम मुख्यमंत्री से गुहार लगा रहे हैं जो आज और कल हमारे क्षेत्र के दौरे पर हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों ने अपनी जेब से बहुत पैसा खर्च किया है और फसलों के नुकसान से उनके सामने भारी संकट खड़ा हो गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्थिति को समझेंगे और उनका समर्थन करेंगे।
फसल क्षति के लिए आकलन कई सप्ताह पहले किया गया लेकिन किसानों के मुआवजे में देरी हो रही है। सूखे के कारण 60 प्रतिशत फसल का नुकसान हुआ है और आकलन के अनुसार, सिंचाई की कमी के कारण लगभग 80,000 हेक्टेयर धान की फसल बर्बाद हो गई है।
किसानों को इस बात की भी चिंता है कि अगर मुआवजे में देरी हुई तो इसका असर अगले सीजन की खेती पर पड़ेगा और यह एक श्रृंखलाबद्ध प्रक्रिया बन सकती है, जिससे किसानों को अत्यधिक परेशानी होगी और चावल का उत्पादन कम होगा।
–आईएएनएस
केसी/एसकेपी
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