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पटना, 11 मार्च (आईएएनएस)। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के परिवार और सहयोगियों के आरोप के बीच कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने शनिवार को कहा कि इस तरह के बयान से कोई फायदा नहीं होगा और अगर उनके पास कोई सबूत है तो वे अदालत जाने के लिए स्वतंत्र हैं।
उन्होंने दावा किया कि मीडिया में बयान जारी करने से उन्हें मदद नहीं मिलेगी। सिन्हा ने कहा- भाजपा को दोष देने के बजाय, लालू परिवार को यह खुलासा करना चाहिए कि उन्होंने इतनी बड़ी राशि कैसे प्राप्त की है। वह लोगों को गुमराह कर रहे हैं। यदि उनके पास केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का भाजपा के खिलाफ कोई सबूत है या किसी भाजपा नेता के खिलाफ कोई सबूत है, तो वह अदालत जाने के लिए स्वतंत्र हैं।
सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग की कार्रवाइयों से भ्रष्टाचारी बौखला रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से भारत को भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने की घोषणा की थी। हमने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की भ्रष्ट सरकार को हटाया था। यह लोग देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से सवाल कर रहे हैं. उन्हें खुद पर शर्म आनी चाहिए।
उन्होंने कहा, किसी को भी संवैधानिक संस्थाओं पर प्रश्नचिन्ह लगाने का अधिकार नहीं है। अगर किसी को आपत्ति है तो वह अदालत जाए। अगर अपराध साबित होता है तो अदालत दोषी को कानून के मुताबिक सजा देगी।
प्रवर्तन निदेशालय ने जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में लालू प्रसाद के परिवार और दोस्तों के 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी और तेजस्वी यादव और उनकी तीन बहनों रागिनी यादव, चंदा यादव और हेमा यादव के घरों से 53 लाख रुपये नकद, 1.5 किलो सोने के आभूषण, 540 ग्राम सोने के सिक्के और 1900 डॉलर बरामद किए।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम
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