सोमवती अमावस्या के अवसर पर हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। श्रद्धालु तड़के चार बजे से ही हरकी पैड़ी और अन्य गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। इस विशेष दिन गंगा में स्नान का बड़ा महत्व माना जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित शक्तिधर शर्मा शास्त्री के अनुसार, सोमवती अमावस्या के दिन स्नान और दान के कार्यों का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से पुण्य फल प्राप्त होते हैं और व्यक्ति के जाने-अनजाने के पाप समाप्त होते हैं। इसके साथ ही, पितरों के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान के कर्म भी इस दिन किए जाते हैं, ताकि पूर्वजों की आत्मा को शांति मिले और व्यक्ति को धार्मिक लाभ प्राप्त हो।
सोमवती अमावस्या के अवसर पर हजारों श्रद्धालु मां गंगा में स्नान करने के लिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं। हरकी पैड़ी पर भारी भीड़ नजर आ रही है, और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने विशेष इंतजाम किए हैं। इस दिन गंगा स्नान के लिए हर साल बड़ी संख्या में लोग आते हैं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासन ने व्यापक कदम उठाए हैं।
श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद दान-पुण्य कर रहे हैं और मठ-मंदिरों में दर्शन करके पूजा-अर्चना कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, वे पितरों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने के लिए श्राद्ध और तर्पण जैसे कर्मकांड भी निभा रहे हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से, पुलिस ने मेला क्षेत्र को 39 जोनों में विभाजित कर दिया है और हर जोन में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया है। इस प्रकार, सुरक्षा और व्यवस्थाओं के समुचित इंतजामों के साथ श्रद्धालुओं को हरिद्वार में शांति और सुरक्षा का अनुभव प्रदान किया जा रहा है।