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स्टॉक ट्रेडिंग में पड़ी लाभ की चाह भारी हरिद्वार में 43 लाख ठगी के आरोपी की हुई गिरफ्तारी

स्टॉक ट्रेडिंग में मुनाफा कराने का दावा कर हरिद्वार के एक व्यक्ति से 43 लाख रुपये ठगने के आरोप में एसटीएफ ने गुजरात के एक साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से मोबाइल फोन और अन्य सामग्री बरामद की गई है। पीड़ित को ट्रेडिंग में करोड़ों रुपये का मुनाफा दिखाकर यह रकम ठगी गई थी। एसटीएफ ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि जून में हरिद्वार के रुड़की निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनकी इंस्टाग्राम आईडी पर एक स्टॉक ट्रेडिंग से संबंधित संदेश आया था। जब उन्होंने इसमें रुचि दिखाई, तो उन्हें व्हाट्सएप के दो ग्रुप में जोड़ दिया गया। इन ग्रुप्स पर उन्हें ट्रेडिंग में अच्छा खासा मुनाफा कमाने का प्रलोभन दिया जाने लगा। कुछ दिन बाद ठगों ने उन्हें एक वेबसाइट और उसकी लॉगिन आईडी उपलब्ध कराई। इसके बाद उनका ट्रेडिंग अकाउंट भी खुलवाया गया। इसके लिए पहले उनसे कुछ हजार रुपये जमा कराए गए और बताया गया कि वे अपनी मुनाफे की रकम सुबह नौ बजे से शाम साढ़े तीन बजे तक निकाल सकते हैं। शुरुआत में उन्हें दो हजार रुपये का मुनाफा दिखाया गया, जिसे उन्होंने निकाल भी लिया।

नौ लाख रुपये जमा कर रकम सुरक्षित रखने का झांसा दिया गया

अब उन्हें विश्वास हो गया कि वे कमाई कर रहे हैं। इस तरह, उनसे मेरठ, गुजरात, पश्चिम बंगाल और अन्य जगहों के बैंक खातों में 34 लाख रुपये से अधिक जमा करवा लिए गए। उनके खाते में शुरुआत में 1.80 लाख रुपये का मुनाफा दिखाया जाने लगा, जो 23 मई 2024 को बढ़कर 2.26 करोड़ रुपये दर्शाया गया। इसके बाद उन्हें बताया गया कि एक आईपीओ आ रहा है, जिसमें उनका पैसा निवेश किया जा रहा है। लेकिन थोड़ी ही देर बाद पता चला कि आईपीओ ओवररेट हो गया, और अब रकम निकाली नहीं जा सकती।

उनका अकाउंट माइनस में चला गया और इसे बचाने के लिए 98 लाख रुपये जमा करने की जरूरत बताई गई। पीड़ित ने यह रकम जमा करने से मना कर दिया। इसके बाद उन्हें केवल नौ लाख रुपये जमा कर अपनी रकम बचाने का झांसा दिया गया। यह रकम व्यक्ति ने जमा कर दी। कुल मिलाकर उनसे 43 लाख रुपये जमा करवा लिए गए, लेकिन मुनाफे के तौर पर एक रुपये भी नहीं दिया गया।

आरोपी लगातार ठिकाने बदल रहा था

एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि साइबर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, जिसमें बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की छानबीन की गई। एसटीएफ ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की, लेकिन आरोपी लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे। इसी दौरान एक आरोपी, समीर दिलावर पटेल, का नाम सामने आया। एसटीएफ की टीम हाल ही में गुजरात के अमरौली पहुंची और श्रीराम चौक से समीर दिलावर पटेल को गिरफ्तार कर लिया।

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