हैदराबाद: इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता Tesla के भारत में आने को लेकर काफी समय से चर्चाएं चल रही हैं. अब भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने जानकारी दी है कि Tesla भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बनाने के लिए उत्सुक नहीं है. केंद्रीय मंत्री ने भारत में इलेक्ट्रिक पैसेंजर कारों की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना ‘स्कीम टू प्रोमोट मैन्युफेक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक पैसेंजर कार्स इन इंडिया (SPMEPCI) की घोषणा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि “हम वास्तव में उनसे उम्मीद नहीं कर रहे हैं. वे शोरूम से शुरुआत करने की योजना बना रहे हैं.”
Tesla का भारत में एंट्री का प्लान
जब साल 2024 में इस योजना की घोषणा की गई थी, तो कई लोगों ने इसे टेस्ला के लिए एक स्वागत योग्य कदम के रूप में देखा था. बता दें कि Tesla ने ही भारत सरकार द्वारा लिए जाने वाले हाई कार इम्पोर्ट ड्यूटी का विरोध किया है. वास्तव में, Tesla को भारत में मैन्युफेक्चरिंग के लिए लाने के लिए ही सरकार ने टैरिफ कम करने पर विचार किया था.
Tesla Model X (फोटो – Tesla Electric)
फरवरी 2025 में, कार निर्माता कंपनी Tesla ने मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स और दिल्ली के एरोसिटी में शोरूम के लिए जगह तय कर ली, जिनमें से प्रत्येक का क्षेत्रफल लगभग 5,000 वर्ग फीट है. इसके अलावा, ईवी निर्माता कंपनी ने भारत में बिक्री, ग्राहक सहायता और संचालन के लिए नौकरियों के विज्ञापन भी जारी किए थे.
यह भी जानकारी सामने आई थी कि Tesla भारत के महाराष्ट्र राज्य में मैन्युफेक्चरिंग सेंटर बनाया जाएगा. हालांकि, भले ही सरकार ने अब अपनी ईवी आयात नीति के विवरण को अंतिम रूप दे दिया है, लेकिन Tesla अभी भी भारत में मैन्युफेक्चरिंग के लिए अनिच्छुक है.

Tesla Model S (फोटो – Tesla Electric)
Tesla को भारत में निर्माण करना होगा: एरोल मस्क
वहीं इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी Tesla के मालिक एलन मस्क के पिता एरोल मस्क ने IANS को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि “उन्हें इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत में Tesla का मैन्युफेक्चरिंग प्लांट होगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके बेटे कुछ ऐसा करेंगे जो दोनों के लिए फायदेमंद होगा.”
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में समाचार एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब टेस्ला को देश में लाने की बात आती है, तो प्रधानमंत्री मोदी को भारत के हितों को देखना होगा. बता दें कि एरोल मस्क इन दिनों भारत के दौरे पर हैं.

Tesla Cybertruck (फोटो – Tesla Electric)
79 वर्षीय दक्षिण अफ़्रीकी व्यवसायी ने ज़ोर देकर कहा कि “एलन मस्क को एक कंपनी के रूप में Tesla टेस्ला के हितों को देखना होगा. इसलिए, वे दोनों मिलकर कुछ ऐसा करेंगे, जो Tesla के साथ-साथ भारत के लिए भी सबसे ज़्यादा फ़ायदेमंद हो. हालांकि, मैं यह एक निजी व्यक्ति के तौर पर कह रहा हूं, क्योंकि टेस्ला एक सार्वजनिक कंपनी है.”
एरोल मस्क ने आगे कहा कि “मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत में टेस्ला का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट होगा.” उन्होंने समाचार एजेंसी से कहा कि “भारत में टेस्ला का संयंत्र होना ही चाहिए. भारत दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है.”

Tesla Model 3 (फोटो – Tesla Electric)
भारत ने ईवी अपनाने के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं. भारत का लक्ष्य 2030 तक पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में 30 प्रतिशत, संयुक्त दोपहिया और तिपहिया खंड में 80 प्रतिशत और कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में 70 प्रतिशत EV पैठ हासिल करना है. इस वर्ष अप्रैल में एलन मस्क और प्रधानमंत्री मोदी ने प्रौद्योगिकी और इनोवेशन के क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाओं सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी.