दिवाली रोशनी और उत्साह का त्योहार है, मिठाइयों-पकवानों के साथ पटाखे और आतिशबाजी के बिना ये पर्व अधूरा लगता है। यह त्योहार जितना आनंद और उत्सव का है, आपको इस दौरान सेहत को लेकर भी उतना ही अलर्ट रहने की आवश्यकता होती है। गड़बड़ खान-पान के कारण जहां शुगर लेवल और वजन बढ़ने का खतरा हो सकता है, वहीं पटाखों को लेकर बरती गई किसी भी तरह की लापरवाही के कारण हाथों के जलने या आंखों में चोट लगने का भी खतरा रहता है।
पटाखे जलाते समय उत्साह में हम भूल जाते हैं कि ये खतरनाक हो सकते हैं। यदि आप या आपका कोई करीबी दिवाली के उत्सव के दौरान जल गया है या आंखों में चोट लग गई हो तो उसे तुरंत डॉक्टरी मदद की आवश्यकता होती है। फौरी तौर पर आप कुछ घरेलू उपायों की मदद से भी जोखिमों को कम कर सकते हैं।
आइए जानते हैं कि पटाखों से यदि आपको चोट लग जाए तो क्या किया जाना चाहिए?
क्या है विशेषज्ञों की सलाह?
अमर उजाला से बातचीत में डॉक्टर कहते हैं, पटाखों को असावधानी से जलाने के कारण हाथ, चेहरा और आंखें सबसे अधिक प्रभावित होती हैं। हर साल ओपीडी में इस तरह की समस्या वाले लोग देखने को मिलते हैं। इन जोखिमों से बचाव के लिए सुरक्षा उपायों का पालन करना जैसे कि पटाखे फोड़ते समय गुणवत्ता वाले पटाखों का उपयोग करना, आतिशबाजी वाली जगह से पर्याप्त दूरी बनाना बहुत आवश्यक है।
जलने पर चोट लगने की स्थिति में, घाव पर तुरंत ठंडा पानी डालने और जले हुए हिस्से पर एंटीसेप्टिक क्रीम का भी उपयोग करना चाहिए। आइए जानते हैं कि और कौन से उपाय आपके लिए जरूरी हैं?
ठंडा पानी या कोल्ड पैड से करें सेकाई
यदि कोई मामूली जलन है, तो प्रभावित हिस्से को तुरंत ठंडे पानी के नीचे रखें या उस हिस्से में ठंडी सेकाई करें। इससे दर्द, सूजन और घाव का खतरा कम हो जाएगा। जले-कटे हुए हिस्से पर रुई का उपयोग करने से बचें क्योंकि यह उस हिस्से स्थान पर चिपक सकती है जिससे जलन-दर्द बढ़ जाती है।
मॉइस्चराइज़र-नारियल का तेल लगाएं
प्रभावित हिस्से पर मॉइस्चराइजिंग लोशन या एंटीसेप्टिक क्रीम का उपयोग करें, ये त्वचा को शुष्क होने से बचने में मदद करेगा और इससे छाले पड़ने की आशंका भी कम हो जाएगी। हालांकि डॉक्टर से पूछे बिना किसी भी क्रीम, लोशन या उत्पाद का उपयोग न करें।
पटाखों से होने वाली जलन भले ही त्वचा पर कम दिखाई देती हो, लेकिन ये कुछ स्थितियों में गंभीर हो सकती है। जले हुए स्थान पर नारियल का तेल लगाने से भी जलन कम हो जाती है।
तुलसी के पत्तों का रस
अगर आप हल्का झुलस गए हैं तो उस जगह पर तुलसी के पत्तों का रस लगा लें। इससे जलन कम होगी और जले का निशान भी नहीं पड़ेगा। अगर घाव ज्यादा है तो इसका ज्यादा उपयोग करने से बचें।
आलू का रस
जले पर कच्चे आलू का रस भी लगाया जाता है। ये काफी ठंडा होता है इससे जलन शांत होगी और आपको काफी आराम मिलेगा।
पटाखे से आंख की चोट में क्या करें?
पटाखों से आंखों में सबसे ज्यादा चोट लगती है। पटाखों में मौजूद रासायन जलन और दर्द पैदा कर सकती है, कुछ स्थितियों में आंखों को गंभीर क्षति भी हो सकती है। अगर पटाखों से आपकी आंखों में गंभीर चोट लग जाती है, तो तुरंत अस्पताल जाएं। आंख धोने के लिए सिर्फ पानी का उपयोग करें, आंखों को रगड़ने से बचें, इससे दिक्कत और भी बढ़ सकती है।
पटाखे जलाते समय बरतें ये सावधानी
- आपको पास में पानी की एक बाल्टी और साथ में थोड़ा रेत रखना चाहिए, जिससे आग को बुझाया जा सके।
- पटाखे चलाते वक्त सिंथेटिक या नायलॉन के कपड़े पहनने से बचें।
- फटने वाले पटाखों को हाथ से कभी न चलाएं
- फुलझड़ी जलाने के बाद वो गर्म होती है तो उसे ऐसी गजह फेंके जहां पैर न पड़े
- पटाखे चलाते वक्त आस-पास देखकर और बच्चों से दूरी बनाकर ही चलाएं