उत्तराखंड का राज्य सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 2021-22 में 2.74 लाख करोड़ रुपये था, जो 2023-24 में बढ़कर 3.46 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इस वृद्धि से पता चलता है कि पिछले 20 महीनों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 1.3 गुना बढ़ोतरी हुई है।
इस विकास का मुख्य कारण पर्यटन और विनिर्माण क्षेत्र में हुई आर्थिक वृद्धि है। इन क्षेत्रों में निवेश और गतिविधियों में तेजी ने राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूती दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह गति बनी रहती है, तो उत्तराखंड आने वाले वर्षों में और भी अधिक विकास की संभावनाएँ रखता है।
सचिव नियोजन आर. मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि उत्तराखंड की जीडीपी अगले पांच साल में दोगुनी हो जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री की सौर ऊर्जा नीति में संशोधन को एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जिसे गेम चेंजर योजना के रूप में देखा जा रहा है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि 2018-19 में राज्य में केवल तीन मेगावाट के सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित हुए थे। लेकिन नीति में बदलाव और इसे MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) से जोड़ने के बाद, वर्तमान में 174 मेगावाट के प्रोजेक्ट निर्माणाधीन हैं। यह बदलाव राज्य की ऊर्जा नीति को और मजबूत करेगा और आर्थिक विकास में योगदान देगा।