एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने संभाला आला (Photo-SSP Office)
हल्द्वानी: आज हम आपको ऐसे आईपीएस अफसर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो एक डॉक्टर भी हैं. उत्तराखंड के नैनीताल में तैनात एसएसपी मंजूनाथ टीसी की कहानी प्रेरित करने वाली है. बीते दिन भीमताल के खन्स्यु क्षेत्र में दबिश देने गई कुमाऊं एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम पर अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग कर दी थी. इस घटना में एसटीएफ का एक सिपाही और एक स्थानीय व्यक्ति घायल हो गए. जैसे ही एसएसपी मंजूनाथ टीसी को घटना की सूचना मिली वो तत्काल हॉस्पिटल पहुंचे और घायल सिपाही के इलाज में खुद जुटे रहे. जबकि प्रशासनिक ढांचे में ऐसी तस्वीरें कम ही देखने को मिलती हैं. एसएसपी द्वारा घायल सिपाही का इलाज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोग नैनीताल कप्तान की जमकर तारीफ कर रहे हैं.
एसएसपी ने घायल सिपाही का किया इलाज: दरअसल, बीते दिन भीमताल के ओखलकांडा खस्यू में तस्करी की सूचना पर पहुंची एसटीएफ की टीम पर अज्ञात तस्कर द्वारा एक सिपाही पर फायर झोंक दी. इस दौरान एसटीएफ का सिपाही और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया. जैसे ही घायल सिपाही को इलाज के लिए हल्द्वानी निजी अस्पताल लाया गया तो सूचना पर नैनीताल जनपद के कप्तान मौके पर पहुंचे, आईसीयू वार्ड में सिपाही से मुलाकात के दौरान उन्होंने खुद ही कमान संभाले हुए, घायल सिपाही की जांच करना शुरू कर दिया.
गोली से घायल हुए सिपाही का एसएसपी ने किया इलाज (Video- SSP Office)
आईपीएस से पहले डॉक्टर थे मंजूनाथ टीसी: IPS मंजूनाथ टीसी ने सिर्फ एक अधिकारी की तरह नहीं, बल्कि एक डॉक्टर के रूप में भी नजर आए. उन्होंने घायल सिपाही का डॉक्टर बनकर उपचार किया. यह सिर्फ नेतृत्व नहीं, जिम्मेदारी, संवेदनशीलता और मानवता का ऐसा रूप है, जिसे वर्दी पहनकर हर कोई नहीं दिखा पाता. वहीं आईपीएस अफसर मंजूनाथ टीसी ने प्रशासनिक सेवा का मतलब ही बदल दिया.एसएसपी द्वारा घायल सिपाही का इलाज का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.जिसके बाद आईपीएस अफसर मंजूनाथ टीसी की जबर्दस्त चर्चा हो रही है. वीडियो वायरल होने के बाद ऐसे आईपीएस अफसर का लोगों का दिलों में बसना लाजिमी है.

घायल सिपाही के इलाज में जुटे रहे एसएसपी मंजूनाथ टीसी (Photo-SSP Office)
एसएसपी की लोग कर रहे जमकर तारीफ: गौरतलब है कि मंजूनाथ टीसी साल 2014 बैच के IPS अफसर हैं. आईपीएस से पहले मंजूनाथ टीसी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट रह चुके हैं. साल 2010 में उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई पूरी कर फोर्टिस फरीदाबाद और सर गंगाराम जैसे बड़े अस्पतालों में अपनी सेवाएं दी. जून 2014 में उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा पास की, जिसके बाद उन्होंने कई जनपदों की कमान भी संभाली. मंजूनाथ टीसी को एक माह पूर्व नैनीताल जनपद के एसएसपी के रूप में तैनात किया गया. 11 साल बाद आज उन्होंने जब अपना फर्ज निभाया तो लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.

दबिश के दौरान गोली लगने से घायल हुआ था सिपाही (Photo-SSP Office)
जानिए पूरा घटनाक्रम: पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शनिवार दोपहर कुमाऊं एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम तस्करी की सूचना पर कार्रवाई करने नैनीताल जिले के भीमताल के खन्स्यु गई थी. लेकिन एसटीएफ पर बदमाशों ने अचानक हमला कर दिया. गोली लगने से एसटीएफ जवान भूपेंद्र मर्तोलिया और एक स्थानीय निवासी घायल हो गए. आनन-फानन में दोनों घायलों को हल्द्वानी के कृष्णा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है.
पैशन के लिए बने आईपीएस: जिले के कप्तान मंजूनाथ टीसी ने वर्ष 2014 में सिविल सेवा परीक्षा पास आउट की थी. मेरिट में उन्हें आईएएस रैंक के नंबर मिले थे, लेकिन उन्हें आईपीएस बनाना चाहा. जिसके बाद उन्होंने सफेद कोर्ट छोड़ खाकी की जिम्मेदारी संभाली.
आईपीएस बनने के बाद अब तक का सफर नामा
- नाम – डॉ. मंजूनाथ टी सी
- जन्म स्थान – बैंगलोर, कर्नाटक
- स्कूलिंग- सिद्धगंगा हाई स्कूल, तुमकुर
- सर्वोदय पीयू कॉलेज, तुमकुर
- ग्रेजुएशन- श्री सिद्धार्थ मेडिकल कॉलेज, तुमकुर से MBBS, (2010)
कार्य क्षेत्र
- फोर्टिस हॉस्पिटल, फरीदाबाद
- सर गंगाराम हॉस्पिटल दिल्ली
(कार्डियोलॉजी रेजिडेंट)
(2011-14) - सिविल सेवा- जून 2014 में चयन हुआ
- सेवा-भारतीय पुलिस सेवा
- उत्तराखंड कैडर आवंटित
- असाइनमेंट/पोस्टिंग
- ASP/UT- देहरादून दिसंबर-15 से जून 16
- ASP- उधमसिंहनगर /CO सिटी रुद्रपुर जून-16 से मई 17
- ASP- पौड़ी गढ़वाल/ CO श्रीनगर
- ASP – देहरादून/ CO ऋषिकेश जून 17 से जनवरी 18
- जनवरी 2018 में पुलिस अधीक्षक के पद पर पदोन्नत
उसके बाद
- SP ट्रैफिक/क्राइम- हरिद्वार जनवरी 18 से नवंबर 19
- पुलिस अधीक्षक, जिला चमोली
- कमांडेंट IRB-2 हरिद्वार / SP GRP, उत्तराखंड दिसंबर 19 से सितंबर 21
- कमांडेंट- 40 BN PAC, हरिद्वार/ SP GRP, उत्तराखंड सितंबर 21 से दिसंबर 21
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिला अल्मोड़ा दिसंबर 21 से मार्च 22
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिला उधम सिंह नगर मार्च 2022 से अक्टूबर 2024 तक
- अक्टूबर 2024 से अक्टूबर 2025 तक SP सिक्योरिटी, INT HQ, देहरादून के रूप में कार्य किया
उल्लेखनीय असाइनमेंट
- SIT प्रमुख के रूप में, देहरादून और हरिद्वार में विभिन्न कॉलेजों में प्रचलित 200 करोड़ से अधिक के मल्टीकरोड़ छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा किया. इस बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया, दोनों जिलों में 100 से अधिक FIR दर्ज कीं और सैकड़ों गिरफ्तारियां और चार्जशीट दाखिल की.
- SP कुंभ मेला, 2021, एसपी अखाड़ा के रूप में कार्य किया.
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