हैदराबाद: आज 25 जून, 2025 बुधवार, के दिन आषाढ़ महीने की अमावस्या तिथि है. इसे अंधकार का दिन कहा जाता है. माता काली इस दिन पर शासन करती हैं. ध्यान करने, लोगों को दान करने और जानवरों को खिलाने के साथ पूर्वजों की पूजा करने का ये एक सबसे अच्छा दिन है. इस दिन विवाह समारोह या कोई नई शुरुआत नहीं करनी चाहिए. बल्कि, नई शुरुआत के लिए चंद्रोदय की प्रतीक्षा करें. आज दुर्गा अमावस्या है. इसे आषाढ़ अमावस्या भी कहा जाता है.
25 जून का पंचांग
- विक्रम संवत 2081
- मास -आषाढ़
- पक्ष – कृष्ण पक्ष अमावस्या
- दिन -बुधवार
- तिथि -अमावस्या
- योग -गंड
- नक्षत्र -मृगशीर्ष
- करण -नाग
- चंद्र राशि- मिथुन
- सूर्य राशि- मिथुन
- सूर्योदय – सुबह 05:55 बजे
- सूर्यास्त – शाम 07:28 बजे
- चंद्रोदय- चंद्रोदय नहीं
- चंद्रास्त- रात 07.42 बजे
- राहुकाल- 12:41 से 14:23
- यमगंड- 07:37 से 09:18
ललित कलाओं के लिए अच्छा है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा मिथुन राशि और मृगशीर्ष नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र वृषभ राशि में 23:20 के बाद से मिथुन राशि में 6:40 तक रहता है. इसके देवता चंद्रमा और शासक ग्रह मंगल हैं. विवाह आदि कार्य करने, दीक्षा ग्रहण करने, यात्रा, भवन निर्माण के लिए शुभ नक्षत्र है. इस नक्षत्र का स्वभाव कोमल होता है. यह नक्षत्र ललित कलाओं के लिए अच्छा है. कुछ नया आर्ट सीखने, दोस्ती करने, प्रेम अभिव्यक्ति, नए परिधान पहनने के साथ शुभ समारोह, उत्सव, कृषि के सौदे करने के लिए यह नक्षत्र अच्छा होता है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 12:41 से 14:23 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.