श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना ने शोपियां जिले लश्कर-ए-तैयबा के दो हाइब्रिड आतंकियों को पकड़ा है. जानकारी के मुताबिक जिले के बसकुचन इमाम साहिब में सेना की 44 राष्ट्रीय राइफल्स, पुलिस और सीआरपीएफ की 178 बटालियन ने हथियार और गोला-बारूद के साथ दो हाइब्रिड आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है.
वहीं, पुलिस ने कहा कि उनके पास से दो 56 राइफलें, 4 एके मैगजीन, 102 एके राउंड और 2 हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए हैं. गिरफ्तार आतंकवादियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक यह एक ‘बड़ी ऑपरेशनल सफलता’ थी. बता दें, हाइब्रिड आतंकी वे होते हैं जिन्हें उग्रवादी के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया जाता, लेकिन वे आतंकवादी हमला करने और फिर सामान्य जीवन में वापस आने के लिए पर्याप्त रूप से कट्टरपंथी होते हैं.
Shopian, Jammu and Kashmir | Two LeT hybrid terrorists identified as Irfan Bashir and Uzair Salam surrendered following an operation launched by security forces in Baskuchan area yesterday. Two AK-56 rifles, 4 magazines, 102 rounds (7.62x39mm), 2 hand grenades, 2 pouches etc were… pic.twitter.com/IkJVl4fPXs
— ANI (@ANI) May 29, 2025
ऑपरेशन के बारे में बताते हुए अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा बलों ने विशिष्ट इनपुट के बाद बुधवार रात पुंछ के बसकुचन इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO) शुरू किया. उन्होंने कहा कि इलाके की प्रभावी रूप से घेराबंदी की गई और पास के एक बाग में आतंकवादियों की गतिविधि देखी गई. बलों द्वारा त्वरित और रणनीतिक कार्रवाई के कारण दो एलईटी हाइब्रिड आतंकवादियों ने सफलतापूर्वक आत्मसमर्पण कर दिया, जिससे संभावित मुठभेड़ टल गई.
उन्होंने कहा कि दोनों की पहचान इरफान बशीर और उजैर सलाम के रूप में हुई है. उनके पास से दो एके-56 राइफल, चार मैगजीन, 102 राउंड, दो हथगोले, दो पाउच, 5,400 रुपये नकद, एक मोबाइल फोन, एक स्मार्टवॉच और एक आधार कार्ड बरामद किया गया. अधिकारियों ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
पहलगाम में 22 अप्रैल के आतंकी हमले के बाद से सेना, पुलिस और सीआरपीएफ ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों को आक्रामक रूप से तेज कर दिया है. नागरिकों को उनके धर्म के आधार पर अलग करने के बाद आतंकवादियों द्वारा किए गए इस कायरतापूर्ण हमले से पूरा देश आक्रोश में था.
पढ़ें: ‘एक इंच भी पीछे नहीं हटे’, ऑपरेशन सिंदूर में BSF महिला कर्मियों ने दिखाया दम: पाकिस्तानी चौकियां की नष्ट