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ऑपरेशन सिंदूर के बहाने आपके खाते पर हो सकती है सर्जिकल स्ट्राइक, साइबर ठगों से सावधान


देहरादून (किरनकांत शर्मा): भारत और पाकिस्तान के बीच अघोषित युद्ध के बाद देश में सेना के प्रति एक बार फिर से बच्चे बच्चे के अंदर प्रेम और सम्मान बढ़ा है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि भारतीय सेना ने थल, जल और वायु से दुश्मनों के दांत खट्टे किए हैं. पाकिस्तान में घुसकर जिस तरह से भारतीय सेना ने स्ट्राइक की है, उसको पूरी दुनिया ने देखा. लेकिन अब कुछ साइबर फ्रॉड भारतीय सेना के नाम पर लोगों के खाते पर स्ट्राइक कर सकते हैं. ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर लोगों की भावनाओं से खेल कर उन्हें चूना लगा सकते हैं. तरह-तरह के प्रलोभन या सेवा से जुड़ी बातें सुन कर पैसे ऐंठ सकते हैं. उत्तराखंड एसटीएफ और साइबर पुलिस ने लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा है.

आपके खाते पर ना हो जाए सर्जिकल स्ट्राइक: हाल के कुछ सालों में जिस तरह से साइबर अटैक की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं, उसके बाद यह देखा गया है कि साइबर अपराधी अलग-अलग तरीके अपना कर लोगों को चूना लगाते रहे हैं. कभी किसी की बीमारी बताकर, तो कभी परिवार का सदस्य बताकर. इतना ही नहीं पुलिस और जज के नाम से भी लोगों को डिजिटल अरेस्ट करके लाखों-करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है.

ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर हो सकती है साइबर ठगी: अकेले उत्तराखंड में रोजाना तीन से चार घटनाएं पुलिस थानों में साइबर अपराध से जुड़ी हुई दर्ज हो रही हैं. साइबर ठगी का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि बीते पांच महीनों में 80 करोड़ से ज्यादा रुपए की ठगी उत्तराखंड में अलग-अलग लोगों से हो चुकी है. हालांकि इन पैसों में करोड़ों रुपया वापस भी साइबर पुलिस ने दिलवाए हैं. लेकिन अब आपके सोशल मीडिया अकाउंट और मोबाइल नंबर पर नजर गड़ाए बैठे साइबर फ्रॉड आपको सेना का नाम लेकर चूना लगा सकते हैं.

सेना के नाम पर हो सकता है फ्रॉड: एसटीएफ एसएसपी नवनीत भुल्लर की मानें तो-

ऑपरेशन सिंदूर की आड़ में साइबर अपराधी लोगों की भावनाओं से खेल रहे हैं. लिहाजा अगर किसी के पास सेना से जुड़ा हुआ चंदा मांगने का मैसेज सोशल मीडिया से आए तो इसे अनदेखा करें. इसी तरह सेना का संदर्भ देते हुए कोई पेज जिसको लाइक करने अथवा कुछ भी दान करने के लिए कहा गया है, तो ऐसे किसी भी पेज पर अपनी मौजूदगी दर्ज न करवाएं. ऐसा करना आपके खाते और आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. ऐसा ना हो कि सेना के नाम पर आप किसी तरह का कोई चंदा देकर ठगी का शिकार हो जाएं.
-नवनीत भुल्लर, एसएसपी, एसटीएफ-

अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करें: एसटीएफ एसएसपी भुल्लर कहते हैं कि साइबर अपराधी अलग-अलग माध्यमों से लोगों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं. लिहाजा हम प्रदेश के सभी लोगों से यह अपील कर रहे हैं, कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें. आपके मोबाइल पर आए किसी भी मैसेज को खोलकर क्लिक न करें. जब तक आप इस बात की पुष्टि न कर लें कि संबंधित मैसेज अथवा लिंक आपके किसी काम का नहीं है तो जोखिम नहीं उठाएं.

रखना होगा बेहद ध्यान: एसएसपी भुल्लर ने बताया कि-

कुछ अपराधी किस्म के लोग सेना का नाम लेकर आपको सोशल मीडिया पर यह कहते हुए भी दिखाई देंगे कि उनके पास नया फर्नीचर या नई गाड़ी या कोई अत्यधिक महंगा सामान है, जो वह ट्रांसफर होने के बाद बेचना चाहते हैं. आपसे वह इस तरह से बात करेंगे जैसे आपके शहर में ही उनका सामान पड़ा हुआ है. सामान और गाड़ियों की कुछ फोटो भी भेज कर आपको प्रलोभन दिया जाएगा. अगर आप उनके प्रलोभन में आते हैं, तो हो सकता है कि आपको अच्छा खासा नुकसान हो जाए. लिहाजा ऐसे किसी भी मैसेज या फॉरवर्ड मैसेज पर ध्यान नहीं देना है.
-नवनीत भुल्लर, एसएसपी, एसटीएफ-

पासवर्ड बदलते रहने की सलाह: ऑपरेशन सिंदूर के बाद साइबर अपराधी सेना का नाम लेकर लगातार लोगों को अपना निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इतना ही नहीं अनजान लिंक से आपके फोन, लैपटॉप और कंप्यूटर में भी वह छेड़छाड़ कर सकते हैं. आपकी तमाम एक्सेस को कोई नुकसान ना हो, इसलिए पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहें.

देश में तेजी से फैल रहा है साइबर अपराधियों का नेटवर्क: आपको बता दें कि राजस्थान में हाल ही में साइबर अपराधियों ने अपनी हरकत से एक व्यक्ति को डरा कर 6 लाख रुपए का चूना लगा दिया. बाकायदा उन्हें डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया और आरोप लगाया गया कि पहलगाम हमले में उनका नाम है. 75 साल के इस व्यक्ति के द्वारा साइबर अपराधियों को बाकायदा पैसे भी ट्रांसफर किए गए. लिहाजा सभी लोग बेहद सतर्क रहें और किसी भी तरह की वीडियो कॉल अनजाने मैसेज का जवाब ना दें.
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