उत्तरकाशी: यमुनोत्री हाईवे पर स्यानाचट्टी के समीप पहाड़ी से बोल्डर और मलबा आने के कारण वहां पर वाहनों की आवाजाही करीब आठ घंटे तक बदं रही. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची एनएच की मशीनरी ने कड़ी मशक्कत के बाद मलबा और बोल्डर हटाकर वहां पर आवाजाही शुरू करवाई. दसूरी और फूलचट्टी के समीप भी धंसी सड़क पर मिट्टी बिछाकर फिलहाल आवाजाही शुरू करवा दी गई है.
बीती रविवार देर रात को क्षेत्र में हुई तेज बारिश के कारण स्यानाचट्टी के समीप सड़क पर मलबा और बोल्डर आने के कारण बंद हो गया. इस कारण यात्रियों और स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. मौके पर पहुंची एनएच विभाग की मशीन को सड़क खोलने में कड़ी मशक्क्त करनी पड़ी. विशालकाय बोल्डरों को हटाने में करीब आठ घंटे का समय लग गया. उसके बाद आवाजाही शुरू हो पाई.
यमुनोत्री हाइवे में भरभरा कर गिरा पहाड़ी का हिस्सा (ETV BHARAT)
बीते रविवार को भी वहां पर करीब 6 घंटे आवाजाही बंद रही थी. वहीं दूसरी ओर फूलचट्टी के समीप भू-धंसाव की जद में आए फूलचट्टी जानकीचट्टी सड़क पर लोनिवि ने संवेदनशील हिस्से पर मिट्टी की भरान करवा कर तीसरे दिन वाहनों की आवाजाही शुरू करवा दी है. हालांकि, वहां पर जोखिम भरी आवाजाही हो रही है. स्थानीय निवासी पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया यमुना नदी के कटाव के कारण सड़क साथ हाईस्कूल भवन और आसपास का हिस्सा भी ख़तरे की जद में आ गया है. उन्होंने कहा अगर समय रहते हुए फूलचट्टी कृष्णाचट्टी के बीच यमुना नदी तटों पर सुरक्षात्मक उपाय नहीं किए गए तो यह भविष्य में बड़ा खतरा हो सकता है.
वहीं, सोमवार देर शाम को यमुनोत्री हाईवे पर ओरक्षा बैंड के निकट पेड़ आने से आवाजाही बंद हो गई. उत्तरकाशी की ओर बड़कोट आ रहें शिवांश डोभाल ने बताया कि ओरक्षा बैंड के निकट बड़कोट की ओर एक बड़ा पेड़ गिरकर सड़क पर आने से आवाजाही बंद हो गई. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से उक्त जानकारी शेयर की है. जिसके बाद एनएच के कर्मचारियों ने पेड़ काटकर आवाजाही शुरू की.
पढ़ें- मसूरी में फिर फिसली पहाड़ी, लैंडस्लाइड के कारण घंटे भर बंद रही सड़क, लोगों को हुई परेशानी
पढ़ें- उत्तराखंड में मॉनसून के साथ भूकंप का डबल अटैक, 49 दिनों में 7 बार डोली धरती, वैज्ञानिकों ने चेताया