वॉशिंगटन: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया है. इस संबंध में उन्होंने नोबेल पुरस्कार समिति को एक पत्र भेजा है. नेतन्याहू ने व्हाइट हाउस में रात्रिभोज के दौरान व्यक्तिगत रूप से ट्रंप को नामांकन पत्र की एक प्रति सौंपी.
ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में नेतन्याहू के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया. नेतन्याहू ने ट्रंप को नामांकन पत्र प्रस्तुत करते हुए कहा,’राष्ट्रपति ने अब्राहम समझौते को मूर्त रूप दिया है. वह एक देश के बाद दूसरे क्षेत्र में शांति स्थापित कर रहे हैं. मैं आपको नोबेल पुरस्कार समिति को भेजा गया पत्र प्रस्तुत करना चाहता हूँ. इसमें आपको शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है, जिसके आप हकदार हैं और आपको यह मिलना चाहिए.’
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (बाएं से दूसरे) इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू(दाएं से दूसरे)विदेश मंत्री मार्को रुबियो (बाएं से) नेतन्याहू की पत्नी सारा नेतन्याहू व अन्य गणमान्य व्हाइट हाउस में रात्रिभोज में शामिल हुए (AP)
पत्र मिलने के बाद ट्रंप ने नेतन्याहू को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी. ट्रंप ने कहा कि खास तौर पर आपकी ओर से यह पत्र आना बहुत सार्थक है. व्हाइट हाउस में रात्रि भोज के लिए प्रधानमंत्री नेतन्याहू के सामने बैठे हुए पत्रकारों से बातचीत में नेतन्याहू ने ट्रम्प के नेतृत्व की सराहना की.
नेतन्याहू ने कहा, ‘मैं न केवल सभी इजरायलियों की ओर से बल्कि यहूदी लोगों और दुनिया भर के कई प्रशंसकों की ओर से आपके नेतृत्व, मुक्त विश्व के आपके नेतृत्व, न्यायपूर्ण उद्देश्य के आपके नेतृत्व और शांति और सुरक्षा की खोज के लिए प्रशंसा व्यक्त करना चाहता हूं. इसका नेतृत्व आप कई देशों में कर रहे हैं खासर मध्य पूर्व में. हमारे पास बेहतरीन अवसर हैं. राष्ट्रपति के पास एक असाधारण टीम है और मुझे लगता है कि हमारी टीमें चुनौतियों का सामना करने और अवसरों को भुनाने के लिए एक असाधारण संयोजन बनाती हैं.’
रात्रिभोज बैठक की शुरुआत में ट्रम्प ने कहा कि उन्हें और इजरायली प्रधानमंत्री को एक साथ मिलकर जबरदस्त सफलता मिली है और कहा कि उन्हें बहुत अच्छे परिणाम मिलेंगे. इससे पहले नेतन्याहू ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ बैठक की. रुबियो के साथ अपनी बैठक को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने इजराइल और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत करने और दोनों देशों के सामने आने वाली साझा चुनौतियों पर चर्चा की.
הערב נפגשתי בבלייר האוס בוושינגטון עם מזכיר המדינה של ארה״ב, מרקו רוביו.
קיימנו שיחה עניינית וחשובה על חיזוק הברית בין ישראל לארה״ב, ועל האתגרים המשותפים לנו בזירה האזורית והבינלאומית. 🇮🇱🤝🇺🇸 pic.twitter.com/ZP2OL9WuxW
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) July 7, 2025
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को अमेरिका के लिए रवाना होने से पहले नेतन्याहू ने कहा कि इजराइली वार्ताकारों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे उन शर्तों के तहत युद्ध विराम करें जिन्हें इजराइल ने स्वीकार कर लिया है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने बहुत से बंधकों को मुक्त करा लिया है, लेकिन शेष बंधकों के संबंध में उनमें से काफी लोग जल्द ही मुक्त हो जाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि ट्रंप के साथ उनकी बैठक निश्चित रूप से इस समझौते को आगे बढ़ाने में मदद करेगी.
बता दें कि अक्टूबर 2023 के हमले के दौरान हमास द्वारा पकड़े गए 251 लोगों में से 49 गाजा में ही हैं, जिनमें से 27 के बारे में इजरायली सेना का कहना है कि वे मर चुके हैं. रिपोर्ट के अनुसार नेतन्याहू ने पहले अमेरिका समर्थित युद्ध विराम प्रस्ताव के मसौदे पर हमास की प्रतिक्रिया को खारिज कर दिया था और इन मांगों को अस्वीकार्य बताया था. कतर और मिस्र के मध्यस्थों के माध्यम से बताए गए इस मसौदे में 60 दिन के युद्ध विराम, बंदियों की चरणबद्ध रिहाई व अन्य शर्तें शामिल है.