अमेरिका में व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी के बाद जांच पड़ताल में जुटे अफसर (AP)
वाशिंगटन: अमेरिका की राजधानी में वाशिंगट में बुधवार को व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर गोलीबारी की घटना हुई. हमलावरों ने वहां तैनात वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के दो जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. दोनों जवान घायल हो गए. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बीच गोलियों की आवाज सुनने के बाद इलाके में मौजूद अन्य सैनिक दौड़े और गोली लगने के बाद हथियारों से लैस हमलावर को पकड़ लिया. हमले के कारणों का पता नहीं चल सका है. पुलिस ने आतंकी हमले से इनकार नहीं किया है. फिलहाल सभी दृष्टिकोणों से घटना की जांच की जा रही है. इस घटना के बाद ट्रंप प्रशासन ने तुरंत 500 और नेशनल गार्ड को वाशिंगटन भेजने का ऑर्डर दे दिया.

अमेरिका में व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी की घटना (AP)
एबीआई डायरेक्टर काश पटेल और वॉशिंगटन की मेयर म्यूरियल बोसर ने कहा कि जवानों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वाशिंगट की मेयर ने इसे एक टारगेटेड हमला बताया. सैनिकों ने हमलावर को को पकड़ लिया. हमला व्हाइट हाउस से लगभग दो ब्लॉक नॉर्थवेस्ट में एक मेट्रो स्टेशन के पास हुई.
नेशनल गार्ड के ऊपर गोलीबारी ऐसे समय में हुई है जब देश की राजधानी और देश के दूसरे शहरों में सैनिकों की मौजूदगी महीनों से एक बड़ा मुद्दा रही है. इससे कोर्ट में लड़ाई और ट्रंप प्रशासन के मिलिट्री के इस्तेमाल को लेकर बड़े पैमाने पर बहस छिड़ गई है. अधिकारी इसे बेलगाम अपराध की समस्या बता रहे हैं.

अमेरिका में व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी के बाद तैनात नेशनल गार्ड (AP)
डी.सी. पुलिस चीफ के एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट जेफरी कैरोल ने कहा कि इन्वेस्टिगेटर को मकसद के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. उन्होंने इन्वेस्टिगेटर द्वारा देखे गए वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि हमलावर कोने से आया और नेशनल गार्ड पर फायरिंग शुरू कर दी. बोसर ने इसे एक टारगेटेड हमला बताया.
अधिकारियों को हमलावरों के अफगानी नागरिक होने की आशंका है. संदिग्धों का पता लगाने के लिए जांच एजेंसी तत्पर है. वेस्ट वर्जीनिया के गवर्नर पैट्रिक मॉरिसी ने शुरू में कहा था कि सैनिक मर गए हैं, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी बात वापस लेते हुए कहा कि उनके ऑफिस को उनकी हालत के बारे में अलग-अलग रिपोर्ट मिल रही हैं. इस बीच कहा ये भी गया कि एक संदिग्ध को भी हिरासत में लिया गया. उसे गोली लगी थी हालाकि उसकी जान खतरा नहीं था.
ट्रंप प्रशासन ने हमले के बाद तुरंत 500 और नेशनल गार्ड को वाशिंगटन भेजने का ऑर्डर दिया. अमरीका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनसे एक्स्ट्रा सैनिक भेजने के लिए कहा. सरकार के लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक शहर में काम कर रही जॉइंट टास्क फोर्स में अभी करीब 2200 सैनिक तैनात हैं.

