देहरादून: आज 9 जुलाई को भारत बंद का ऐलान किया गया है. 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के गठबंधन ने अलग-अलग किसान और ग्रामीण मजदूर संगठनों के साथ मिलकर आज देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है. इधर देहरादून में भी केंद्र ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन संघर्ष समिति और अन्य स्वतंत्र फेडरेशनों ने बीते रोज बैठक करके व्यापक हड़ताल किए जाने की घोषणा की है. उत्तराखंड में हालांकि स्कूलों पर बंद का असर नहीं दिख रहा है. स्कूल खुले हुए हैं.
ट्रेड यूनियनों का भारत बंद: सीटू (सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स) के प्रांतीय सचिव लेखराज ने बताया कि आज होने वाली देशव्यापी हड़ताल एक ऐतिहासिक हड़ताल होगी. उन्होंने कहा कि बैंक, बीमा सेक्टर से जुड़े संस्थान हड़ताल पर होंगे. उन्होंने कहा कि यह हड़ताल सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ की जाएगी. इसमें आशा आंगनबाड़ी, भोजन माता, संविदा कर्मी, मजदूर संगठन समेत डाकपत्थर विकास नगर रूट की बसें, सेलाकुई के ई रिक्शा वर्कर्स और बैंकिंग सेक्टर से जुड़ी यूनियनें हड़ताल पर रहेंगी.
सीटू के प्रांतीय सचिव ने बंद के बारे में बताया: लेखराज ने बताया कि सीटू (Centre of Indian Trade Unions), एटक (All India Trade Union Congress), इंटक (Indian National Trade Union Congress) से जुड़ी यूनियन मुख्य रूप से हड़ताल करेंगी. इसके अलावा आज होने वाली हड़ताल में बस्ती बचाओ आंदोलन की भी भागीदारी होगी. इसमें एलिवेटेड रोड के खिलाफ बस्तियों के ध्वस्तीकरण के विरोध में बड़ी संख्या में बस्ती वासी भी शामिल होंगे. लेखराज ने बताया कि आज दोपहर 12:00 बजे गांधी पार्क से जिला मुख्यालय तक विशाल रैली निकालकर केंद्र और राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों का जमकर विरोध किया जाएगा. इधर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने मंगलवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में यूनियन पदाधिकारियों के साथ बैठक करके आज होने वाली हड़ताल को लेकर रणनीति तैयार की है.
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