Homeउत्तराखण्ड न्यूजकांवड़ यात्रा 2025: स्वागत में नहीं कोई कमी, फिर क्यों मचा है...

कांवड़ यात्रा 2025: स्वागत में नहीं कोई कमी, फिर क्यों मचा है हंगामा? पुलिस ने की ये अपील


हरिद्वार (किरणकांत शर्मा): धर्मनगरी हरिद्वार इन दिनों शिव भक्तों के रंग में रंगी हुई नजर आ रही है. सरकार के लेकर शासन-प्रशासन और पुलिस भी शिव भक्तों की सेवा में लगी हुई है. सीएम धामी जहां खुद हरिद्वार पहुंचकर कांवड़ियों का स्वागत करते हुए नजर आ रहे हैं तो वहीं शिव भक्तों पर हेलीकॉप्टर से फूलों की बारिश भी कराई जा रही है. फिर भी कुछ घटनाएं ऐसी भी सामने आई हैं जहां कुछ कांवड़िए उत्पात मचाकर यात्रा का माहौल खराब कर रहे हैं.

दरअसल, हरिद्वार में कुछ कांवड़ियों के उपद्रव से न सिर्फ पुलिस-प्रशासन, बल्कि स्थानीय लोग और व्यापारी भी परेशान हो चुके हैं. कुछ कांवड़ियों की हरकतों से परेशान होकर बीते दिनों हरिद्वार के व्यापारियों से पुलिस के साथ बैठक की थी और हंगामा करने वाले कांवड़ियों पर लगाम लगाने की मांग उठाई थी.

व्यापारियों ने साफ किया था कि यदि कांवड़ियों का आतंक इसी तरह जारी रहा, तो उन्हें बाजार बंद करने को मजबूर होना पड़ेगा. कांवड़ियों के हंगामे को लेकर उत्तराखंड हाईकोर्ट तक को भी डीजीपी से जवाब तलब करना पड़ा है.

अब शुरू होगी चुनौती: सरकार का मानना है कि इस बार कांवड़ में पांच करोड़ ज्यादा शिव भक्तों के आने की संभावना है. फिलहाल हरिद्वार जिला प्रशासन ने जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक 10 जुलाई से अभी तक 80 लाख से ज्यादा कांवड़िये गंगा जल लेकर हरिद्वार से अपने गंतव्य को रवाना हो चुके हैं. इससे अंदाजा लगाया जा आगामी 6 दिनों में करीब चार करोड़ से ज्यादा कांवड़िएं हरिद्वार पहुंचेंगे. ऐसे में पुलिस की चुनौती और बढ़ जाएगी.

पुलिस-प्रशासन की टेंशन: कांवड़ मेला 11 जुलाई को शुरू हुआ था. बीते आठ दिनों में कांवड़ियों के उत्पात मचाने की कई खबरें सामने आ चुकी हैं. हालांकि, पुलिस ने किसी भी मामले में ढिलाई नहीं बरती और हंगामा करने वाले कांवड़ियों के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन समस्या ये है कि इस तरह की घटनाओं से शहर का माहौल खराब होने के डर रहता है, और कांवड़ियों की भीड़ बढ़ने के साथ ही पुलिस की टेंशन बढ़ना भी लाजमी है.

महिला से की मारपीट: बीते रविवार को ही हरिद्वार में सिंहद्वार के पास कांवड़ियों का किसी बात को लेकर स्थानीय महिला से विवाद हो गया था, जिसके बाद कांवड़ियों के साथ मौजूद महिला ने स्थानीय महिला के साथ मारपीट की. इतना ही नहीं, पुरुष कांवड़ियों ने भी महिला के साथ अभद्रता की, जिसका वीडियो भी सामने आया था. पुलिस ने वीडियो के आधार पर मामले का संज्ञान लिया और खुद ही कनखल थाने में मुकदमा दर्ज किया. हालांकि, अभी मारपीट करने वाले कांवड़ियों की पहचान नहीं हो पाई है.

दुकान में की तोड़फोड़: महिला से मारपीट की घटना से पहले कुछ कांवड़ियों ने हरकी पैड़ी से पास बाजार में भी उत्पात मचाया था. यहां भी कांवड़ियों की किसी बात पर दुकानदार से बहस हो गई थी, जिसके बाद दो कांवड़ियों ने चश्मे की दुकान में तोड़फोड़ की थी. पुलिस ने दुकानदार की शिकायत पर दो कांवड़ियों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार भी किया था. ये मामला 13 जुलाई रात का है.

रुड़की में स्कॉर्पियो कार में तोड़फोड़: हरिद्वार जिले के रुड़की में कांवड़ को खंडित करने का आरोप लगाते हुए कांवड़ियों ने स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ की थी. इसके अलावा स्कॉर्पियो के ड्राइवर से भी मारपीट की थी. पुलिस ने इस मामले में भी मुकदमा दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार किया था. ये मामला 11 जुलाई का है.

पुलिस को कांवड़ियों पर करना पड़ा था लाठीचार्ज:हाईवे पर जाम न लगे और कांवड़िए सुरक्षित रहे इसके लिए पुलिस-प्रशासन ने कांवड़ पटरी बना रखी है. पुलिस लगातार कांवड़ियों से आग्रह कर रही है कि वो कांवड़ पटरी से ही जाएं, लेकिन कुछ कांवड़िए हाईवे से जाने की जिद करते हैं. बीते दिनों भी ऐसा हुआ था.

दरअसल, कुछ कांवड़िए हाईवे से जाने की जिद कर रहे थे, लेकिन पुलिस उनसे कांवड़ पटरी से जाने का आग्रह कर रही थी. इस बीच कुछ कांवड़िए पुलिस के साथ नोकझोंक भी करने लगे. उन्होंने हाईवे को जाम करने का प्रयास भी किया, जिसके बाद पुलिस ने कांवड़ियों पर हल्ला बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया और उन्हें वहां से खदेड़ा. ये पूरा मामला हरिद्वार का कनखल थाना क्षेत्र का है.

पुलिस का सख्त संदेश: हरिद्वार में कांवड़ मेले की सुरक्षा व्यवस्था ग्राउंड पर कैसी है, इसको जानने के लिए बीते दिनों आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप हरिद्वार आए थे. इस दौरान आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने कहा कि पुलिस के साथ-साथ और अर्धसैनिक बल भी उत्तर प्रदेश बॉर्डर से लेकर उत्तराखंड के चौक चौराहों पर तैनात हैं.

शिव भक्तों से पुलिस द्वारा लगातार यही अपील की जा रही है कि वो गंगा जल लेकर आराम से अपने-अपने शिवालयों की तरफ जाए. पुलिस-प्रशासन ने शिव भक्तों के सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं के लिए पर्याप्त इंतजाम किए हैं. फिर भी कोई कांवड़िए के भेष में उत्तराखंड आकर उपद्रव मचाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. हमने अभी तक अलग-अलग मामलों में 8 से अधिक मुकदमे दर्ज किए हैं. कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है. किसी भी तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
-राजीव स्वरूप, आईजी गढ़वाल-

सरकार की तरफ से इंतजाम पूरे: उत्तराखंड सरकार या फिर यूपी, दोनों ही सरकारों ने कांवड़ियों के लिए तमाम व्यवस्थाएं की हैं. कांवड़ियों का स्वागत भी जोरदार तरीके से किया जा रहा है. अलग से कांवड़ यात्रा के लिए अब बजट का प्रावधान भी रखा गया है. फिर भी कुछ कांवड़िए उत्तराखंड आकर इस तरह की हरकतें करते हैं तो पुलिस-प्रशासन को सख्त होना पड़ेगा.

पढ़ें–

एक नजर