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'बहन जी' की वजह से हारे चुनाव, शादी के 5वें दिन पहुंचे जेल, महेंद्र भट्ट के मजेदार किस्से


देहरादून: आज उत्तराखंड बीजेपी को अपना 11वां प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है. महेंद्र भट्ट निर्विरोध दूसरी बार पार्टी के स्टेट बॉस बन गए हैं. बीजेपी ने संगठन पर्व पर प्रदेश परिषद की बैठक में ये घोषणा की. इस दौरान महेंद्र भट्ट को जहां बधाई देने वालों का तांता लग गया तो वहीं उनकी कुछ किस्से कहानियां भी साझा की गई. भट्ट के अच्छे मित्रों में शामिल उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी भट्ट को लेकर कुछ मजेदार बयान दिए हैं.

तीरथ सिंह रावत ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की शादी के चार दिन बाद जेल जाने और कॉलेज में सहपाठी लड़कियों को ‘बहन जी’ बोलने पर चुनाव हारने के किस्सों की जिक्र किया तो महेंद्र भट्ट से जुड़ी कई मजेदार बातें भी बताईं.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के मजेदार किस्से (ETV Bharat)

दरअसल, एक जुलाई को उत्तराखंड में बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की घोषणा के दौरान प्रांतीय परिषद की बैठक में सभी नेता मंच से अपना संबोधन दे रहे थे. तभी प्रदेश में पार्टी अध्यक्ष, सांसद और मुख्यमंत्री रह चुके तीरथ सिंह रावत की बारी आई. जैसे ही तीरथ सिंह रावत ने अपने अंदाज में बोलना शुरू तो वहां मौजूद सभी ठहाके लगाने लगे.

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की तारीफ करते हुए तीरथ सिंह रावत उनके संघर्ष के दिनों के किस्सों तक पहुंच गए. तीरथ ने कहा कि बचपन से ही महेंद्र भट्ट आरएसएस से जुड़े रहे हैं. आरएसएस में ‘जी’ लगाकर बोलने की परंपरा है. इसी तरह से महिलाओं को सम्मान के साथ ‘बहन जी’ बोलने का संस्कार है. तभी तीरथ सिंह रावत ने चुनाव का एक पुराना किस्सा छेड़ दिया.

तीरथ सिंह रावत ने बताया कि महेंद्र भट्ट साल 1993 में छात्र संघ का चुनाव लड़ रहे थे लेकिन वो हार गए थे, जिसके बाद बतौर सीनियर नेतृत्व तीरथ सिंह रावत ने उनके चुनाव हारने की समीक्षा की. तीरथ सिंह रावत ने जब हार का कारण पूछा तो समर्थकों ने बताया कि महेंद्र जी की चर्चाएं सबसे ज्यादा थी. उनकी तैयारी भी अच्छी थी, लेकिन वो महिलाओं को ‘हाय हेलो’ नहीं बोलते थे, बल्कि ‘बहन जी’ बोलते थे. कॉलेज में ‘बहन जी’ बोलना यानी चुनाव हारना.

तीरथ सिंह रावत ने महेंद्र भट्ट का एक और पुरानी किस्सा साझा किया. उन्होंने बताया कि उनके संगठन मंत्री रहते हुए बीजेपी ने संघर्ष यात्रा निकाली थी. बीजेपी की संघर्ष यात्रा देहरादून के रिस्पना पुल से होते हुए ऋषिकेश पहुंची. ऋषिकेश में पुलिस-प्रशासन ने उन्हें रोक लिया. इस वजह से बीजेपी नेताओं की पुलिस से बहस भी हुई. महेंद्र भट्ट भी इस यात्रा में शामिल थे.

वो आगे निकल गए थे, लेकिन महेंद्र भट्ट और अन्य कार्यकर्ता पीछे ही छूट गए थे, जिनकी पुलिस ने काफी झड़प हुई थी, और महेंद्र भट्ट को चार-पांच दिन जेल की हवा भी खानी पड़ी थी. यहां टेंशन की बात ये थी कि इस घटना से पांच दिन पहले ही महेंद्र भट्ट की शादी हुई थी. आज महेंद्र भट्ट को शादी और संघर्ष का इनाम मिला था.

– तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री –

तीरथ सिंह रावत यहीं नहीं रुके. महेंद्र भट्ट की शादी का किस्सा भी उन्होंने मंच से साझा किया. उन्होंने कहा कि शादी के दौरान सारे लोग दावत खा रहे थे, फोटो खींच रहे थे. इसी दौरान बगल में बैठी महिला को महेंद्र जी कह रहे हैं कि यह बहन जी कौन हैं. तो हम बोले- इन बहन जी से आपकी शादी हो गई है.

तीरथ सिंह रावत आगे भी कुछ कहने के मूड़ में नजर आ रहे थे, लेकिन इस बीच उनके पास कोई पर्ची आई और उन्होंने अपने भाषण को विराम दे दिया. लेकिन तीरथ सिंह रावत का तीन से चार मिनट के इस भाषण ने हर किसी को हंसने पर मजबूर कर दिया.

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