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उत्‍तराखंड में आपदा की दस्‍तक! बारिश से खड़िया खदानों में खतरा; पानी से भरे गड्ढे फटने से मची थी तबाही


बागेश्वर जिले में खड़िया खनन क्षेत्रों में बारिश से गड्ढे भर गए हैं जिससे भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। पिछले साल गड्ढे फटने से तबाही हुई थी। खनन बंद है पर गड्ढों में पानी भरने से ग्रामीण चिंतित हैं। खान विभाग न्यायालय के आदेश का इंतजार कर रहा है। बता दें कि खनन कार्य हाई कोर्ट के आदेश के बाद से लगभग तीन माह से बंद है।

घनश्याम जोशी, जागरण बागेश्वर । मानसून से पूर्व ही जिले में लगातार वर्षा हो रही है। खड़िया खदान क्षेत्रों में खनन के बाद बने गड्ढे पानी से भरने लगे हैं। जिससे भूस्खलन का भय बना हुआ है। वर्षा में एक साथ गड्ढों के रिसाव होने से निचले क्षेत्र के गांवों में आपदा का खतरा भी मंडरा रहा है।

पिछले वर्ष खदान क्षेत्र में बने ताल के फटने से मंदिर, सड़क व पेयजल लाइनें ध्वस्त हो गई थी। जबकि खनन कार्य हाई कोर्ट के आदेश के बाद से लगभग तीन माह से बंद है। मशीनें भी जिला प्रशासन ने सीज की हैं।
दुगनाकुरी तहसील के खड़िया खनन क्षेत्र में खनन कार्य बंद है। पहले से खोदे गए गड्ढों में पानी भर गया है। यहां यदि कोई बच्चा भूल से चला गया तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। पूर्व में भी गड्ढों में भरे पानी में नहाते समय घटनाएं हुईं हैं। स्थानीय निवासी दिनेश सिंह ने बताया कि खनन के बाद छोड़े गए गड्ढों मे जलभराव हो रहा है।

भूस्खलन की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। मानसून सक्रिय होगा। जिसके बाद दिक्कतें बढ़ सकती हैं। वहां प्रशासन ने खनन में प्रयुक्त होने वाली मशीनें सीज की हैं। उन पर भी खतरा मंडरा रहा है।

एक वर्ष पूर्व पानी से भरे गड्ढे फटने से मची थी तबाही

एक वर्ष पूर्व दुगनाकुरी तहसील के बैकोड़ी, महोली तथा आसपास के गांव में भारी वर्षा के बाद खड़िया के गड्ढे फट गए थे। यहां से बड़े-बड़े पत्थरों के आने से पेयजल योजना के पाइप पुंगर नदी में समा गए थे। पानी की तेज धारा से वहां गधेरा बन गया था। जलमानी गांव को जोड़ने वाली पैदल पुलिया भी बह गई थी। बैकोड़ी गांव में घराट बह गया था। एक गंगनाथ का मंदिर भी आपदा की भेंट चढ़ गया था

। खड़िया खनन के बाद डंप मलबा भी बहकर स्थानीय गधेरे तक पहुंच गया था। जिससे बैकोड़ी, महोली, पचार तथा किड़ई गांवों में भारी मात्रा में नुकसान हुआ। यह घटना रात एक से चार बजे की थी। जिससे ग्रामीण सो नहीं सके थे। जलमानी के चंचल सिंह, दीवान सिंह, कविंद्र सिंह तथा पूर्व प्रधाान नंदन सिंह ने कहा कि इस बार खनन के बाद बने गड्ढों में फिर से पानी भर गया है। स्थिति भयावह बन सकती है।

खनन बंद है। सभी खनन क्षेत्रों से शिकायत खान विभाग के पास भी आई हुई है। फिलहाल विभाग इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकता है। मामला न्यायालय में विचाराधीन है। दो जून के बाद ही कुछ हो सकेगा। – नाजिया हुसैन, जिला खान अधिकारी, बागेश्वर

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