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3 घंटे देर की मूसलाधार बारिश में तालाब बना देहरादून का कारगी ग्रांट, घरों में घुसा पानी, सुबह तक रही आफत


देहरादून (धीरज सजवाण): उत्तराखंड में बारिश का कहर पहाड़ों में ही नहीं, बल्कि मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. राजधानी देहरादून के कुछ इलाकों में हर साल बारिश से हाल बेहाल देखे जाते हैं. सोमवार रात हुई कुछ ही घंटों की मूसलाधार बारिश के चलते देहरादून के कारगी ग्रांट मोहल्ले में जलभराव का भयावह मंजर देखने को मिला. जिसकी जद में करीब दो दर्जन घर आकर प्रभावित हुए.

उत्तराखंड में मॉनसून के कारण दैवीय आपदाओं की चुनौती शासन प्रशासन और आपदा प्रबंधन का इम्तिहान लगातार ले रही है. राजधानी देहरादून भी मॉनसून की दुश्वारियां से दूर नहीं है. स्मार्ट सिटी का तमगा पा चुका देहरादून, सोमवार रात कुछ ही घंटों की मूसलाधार बारिश से पानी-पानी हो गया. रात तकरीबन 10 बजे शुरू हुई जबरदस्त बरसात ने अगले 2 घंटे में देहरादून के कारगी ग्रांट इलाके में लोगों को आफत में डाल दिया.

3 घंटे देर की मूसलाधार बारिश में तालाब बना देहरादून का कारगी ग्रांट (VIDEO-ETV Bharat)

मार्ग बाधित लाइट गुल: देहरादून कारगी ग्रांट इलाके के कसाई मोहल्ले के बाद पड़ने वाले नाले में भारी जल भराव देखने को मिला. इसके बाद नाले के ऊपर मौजूद पुलिया भी पानी में समा गई. देर रात हुई बारिश के बाद हुए जल भराव के कारण सुबह तक नाला उफान पर रहा. जबकि मार्ग बाधित रहा और लाइट गुल रही. खास बात है कि इसी रास्ते पर आगे विजिलेंस का ऑफिस भी है. रात का मंजर लोगों ने अंधेरे में बिना लाइट के अपने मोबाइल में कैद किया, जो कि बेहद भयावह था. अचानक हुए इस जल भराव से पानी लोगों के घरों में घुस गया.

लोगों की जान पर बन आई: नाले के पास में ही अपना क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर मोहम्मद ने बताया कि बीती रात इस मोहल्ले का मंजर बेहद भयावह था. लोगों की जान पर आफत बन आई थी. नाला इतना उफान पर था कि नाले के ऊपर मौजूद पुलिया पानी में समा गई और पुलिया से तकरीबन 3 फीट ऊपर पानी बहने लगा था. पानी कॉलोनी से होते हुए तकरीबन दो दर्जन मकानों में घुस गया.

डॉ मोहम्मद बताते हैं कि रात 10 बजे शुरू हुई बारिश ने अगले 3 घंटे में कॉलोनी के बीच से गुजर रहे नाले को नदी का रूप दे दिया. जिसके बाद भारी जल भराव कॉलोनी में देखने को मिला. पानी नाले से निकलकर सड़क पर और लोगों के घरों में घुसने लगा. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में सड़कों के बुरे हाल हैं. नालों की सफाई नहीं हो पाती है. यही वजह है कि लगातार यहां पर जल भराव हो रहा है.

घट गई नाले की गहराई: स्थानीय व्यक्ति इंतिजार हुसैन ने बताया कि इस कॉलोनी में जल भराव की समस्या हर साल देखने को मिलती है. लेकिन इस बार यह समस्या ज्यादा बढ़ गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि नाले की सफाई समय-समय पर नहीं हो पाती है. नाले के ऊपर बनी पुलिया बेहद पुरानी है, कमजोर हो चुकी है. जबकि हाल ही में पुलिया के नीचे पड़े सिविल लाइन की वजह से पुलिया की ऊंचाई और भी ज्यादा काम हो गई है.

उन्होंने बताया कि जिन लोगों के घरों में पानी घुसा, सुबह प्रशासन की टीम ने उन्हें 2500 मुआवजा राशि के चेक भी वितरित किए. स्थानीय व्यक्ति मोहम्मद यूसुफ ने बताया कि हाल ही में नाले के अंदर शिविर लाइन का निर्माण किया गया है, जो कि गलत तरीके से किया गया है. इसने नाली की गहराई को कम कर दिया है.

डरा रहा था मंजर: स्थानीय निवासी डॉक्टर मोहम्मद बताते हैं कि रात को नाले में बह रहा पानी इतना अफान पर था कि नाला किनारे मौजूद बिजली का ट्रांसफॉर्मर से कुछ ही सेंटीमीटर नीचे पानी बह रहा था. अगर कुछ देर और बारिश होती तो पानी ट्रांसफॉर्मर तक पहुंच जाता है और उसके बाद बड़ी घटना घट सकती थी.

स्थानीय महिला यास्मीन ने बताया कि रात को 12 के बाद उनके घर में भी पानी घुसना शुरू हो गया था. धीरे-धीरे पानी उनके बेडरूम तक पहुंच गया और उनके बेड के नीचे भी पानी भरने लगा. उस दौरान उनके घर में मौजूद छोटे-छोटे बच्चे भी बेहद डर गए थे. बाहर निकलने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया था. यहां तक की कमरे से बाहर निकलकर ऊपर छत की तरफ भी जाना मुश्किल हो गया था.

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