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शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट के नाम पर ₹81 लाख की ठगी, दिल्ली से मास्टरमाइंड गिरफ्तार, ऐसे हुआ खुलासा


देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ ने शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर डॉक्टर के साथ धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया. ठग ने पीड़ित डॉक्टर को झांसे में लेने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का प्रयोग किया था. धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए प्ले स्टोर पर फर्जी ऐप रजिस्टर कराई गई थी. आरोपी द्वारा धोखाधड़ी के लिए प्रयोग किए गए बैंक खातों में कुछ ही महीनों में ही करोड़ों रुपयों के लेन देन होने की जानकारी मिली है.

ये है मामला: उधम सिंह नगर के खटीमा निवासी डॉक्टर ने मार्च 2025 में शिकायत दर्ज कराई थी कि फरवरी 2025 में उन्हें व्हाट्सएप पर अज्ञात नंबर से मैसेज आया. जिसमें शेयर मार्केट में ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर मोटा मुनाफा कमाने का लालच दिया गया. लाचल में आने पर उनके द्वारा इन्वेस्टमेंट के नाम पर साइबर ठग द्वारा दिए गए अलग-अलग बैंक अकाउंटों में कुल 81 लाख रुपये की धनराशि जमा कर दी. लेकिन काफी समय बाद भी न तो धनराशि वापस आई और न ही मुनाफा मिला.

जांच के दौरान साइबर क्राइम पुलिस ने घटना में प्रयोग बैंक खातों, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों, व्हाट्सअप, संबंधित बैंक अकाउंट्स, सर्विस प्रदाता कंपनी और मेटा कंपनी से जानकारी ली. जहां पता चला कि ठगी गिरोह का मास्टरमाइंड सुशील कुमार निवासी साउथ वेस्ट दिल्ली है. इसके बाद आरोपी की तलाश की गई. वहीं एसटीएफ ने आरोपी सुशील कुमार को थाना द्वारका सेक्टर 23 दिल्ली से गिरफ्तार किया. आरोपी के कब्जे से 1 मोबाइल फोन, आधार कार्ड, 1 पैन कार्ड, 9 डेबिट कार्ड, 6 सिम कार्ड, 1 चेक बरामद की गई.

अपराध का तरीका: आरोपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप के माध्यम से पीड़ितों को ऑनलाइन ट्रेडिंग संबंधी मैसेज और रेफरल लिंक भेजे जाते थे. पीड़ितों को वीआईपी सीआई हरी सिंह बुक रिलीज ग्रुप (VIP CI Hari Singh Book Release Group), इन्वेस्टमेंट एलायंस ट्रेनिंग ए ग्रुप (Investment Alliance Training A Group), इन्वेस्टमेंट एलायंस ट्रेनिंग बी ग्रुप (Investment Alliance Training B Group) व्हाट्सएप ग्रुपों में भी पीड़ित को जोड़ा गया. जिसमें पीड़ित को कैन्यन एसेट्स (Canyon Assets) में खाता खोलकर ऑनलाइन शेयर और आईपीओ ट्रेडिंग के बारे में जानकारी दी जाती थी. इसमें निवेश किए जाने पर कम समय में मोटा मुनाफा दिलाए जाने का भरोसा पीड़ित को दिलाया जाता था. जिसके लिए गूगल प्ले स्टोर पर Canyon Assets नाम की फर्जी एप्लीकेशन भी पीड़ित से डाउनलोड कराई गई. एप्लीकेशन में पीड़ित को उसके द्वारा निवेश की गई धनराशि को मुनाफा समेत दिखाया जाता था. मुनाफा देखकर पीड़ितों द्वारा लालच में आकर भारी भरकम धनराशि ऑनलाइन निवेश कर दी जाती थी. जमा कराई गई धनराशि को आरोपी द्वारा फौरन अन्य बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया जाता था.

एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि आरोपी ने साइबर अपराध के लिए जिन बैंक खातों का प्रयोग किया, उसमें कुछ समय में ही करोड़ों रुपयों का लेन-देन हुआ है. जांच में यह जानकारी मिली कि आरोपी के बैंक खातों के खिलाफ देश भर के 13 राज्यों में कुल 30 साइबर अपराधों की शिकायतें दर्ज हैं.

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