रुद्रप्रयाग, रोहित डिमरी: उत्तराखंड में इन दिनों रुद्रप्रयाग जिले के अतुल की सक्सेस स्टोरी की खूब चर्चा हो रही है. अतुल ने केदारनाथ में घोड़े खच्चर चलाकर अपनी पढ़ाई का खर्च निकाला. इसके साथ ही अपनी मेहनत और संघर्ष की बदौलत अतुल ने आईआईटी जेएएम परीक्षा 2025 में आल इंडिया लेवल पर 649 रैंक स्कोर की. अतुल की इस शानदार उपलब्धि के बाद हर कोई उनका मुरीद हो गया है. अब अतुल अपनी आगे की पढ़ाई के लिए चेन्नई रवाना हो गये हैं.
ईटीवी भारत के साथ साझा की जर्नी: अतुल ने ईटीवी भारत के साथ अपनी जर्नी को साझा किया है. अतुल फ्लाइट के सीधे चेन्नई पहुंचे हैं. जिसके फोटोज और वीडियोज अतुल ने साझा किये हैं. ईटीवी भारत के साथ बात करते हुए अतुल ने बताया रुद्रप्रयाग के पहले श्रीनगर और उसके बाद चेन्नई तक का सफर उनके लिए आसान नहीं रहा. अतुल ने बताया शुरूआती दिनों में उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा. उन्होंने बताया 2013 केदारनाथ आपदा में उनके परिवार की आजीविका छीन गई थी. उनके पिता लापता हो गए थे. इसके बाद जब वेल लौटे तो हालात बदल चुके थे.
अतुल के सपनों की उ़ड़ान (ETV BHARAT)
चर्चाओं में अतुल की सक्सेस स्टोरी: तुल ने बताया यात्रा सीजन में वे घोड़े-खच्चर चलाते हैं. जिसस उनकी आजिविका चलती है. इसके साथ ही वे पढ़ाई पर भी प्रॉपर ध्यान देते हैं. अतुल ने बताया उन्होंने 10वीं और 12वीं जीआईसी बसुकेदार से पूरी की.
चेन्नई के लिए रवाना हुआ अतुल (ETV BHARAT)
वे इंटर और हाईस्कूल में भी कमाल कर चुके हैं. इसके बाद आगे की हायर स्टडीज के लिए अतुल श्रीनगर पहुंचे. जहां उन्होंने हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया. उन्होंने यहां से बीएससी में ग्रेजुएशन किया. इस दौरान भी उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा, फिर उन्होंने पढ़ाई जारी रखी.

घोड़े खच्चर चलाता अतुल (ETV BHARAT)
तमाम मुसीबतों को पार करते हुए अतुल ने आईआईटी जेएएम परीक्षा 2025 दी. जिसमें उन्होंने 649वी रैंक हासिल की. इसबके अतुल अब आईआईटी मद्रास पहुंच चुके हैं. अतुल का आईआईटी मद्रास में MSc गणित की पढ़ाई करेंगे.

अपने माता पिता के साथ अतुल (ETV BHARAT)
अतुल की मदद के लिए आगे आया समाज: उनके चेन्नई जाने का खर्च परिवार के ही दूसरे लोगों ने उठाया है. वहीं, अगर अतुलकी पढ़ाई के खर्च की बात की जाये तो रुद्रप्रयाग जनपद के अधिकारियों ने मदद के हाथ आगे बढ़ाये हैं, जिसमें एक जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास डॉ अखिलेश मिश्र भी है. उन्होंने कहा कि अतुल गरीब परिवार से है. उसने कड़ी मेहनत से मुकाम को हासिल किया है. अतुल की आर्थिक मदद की जाएगी. जिससे वह अच्छे तरीके से पढ़कर आगे बढ़ सके. उन्होंने कहा पढ़ाई के दौरान अतुल को किसी भी मदद की जरूरत पड़ेगी तो वे हमेशा ही खड़े हैं.

अतुल के खच्चर (ETV BHARAT)
युवाओं के लिए प्रेरणा बने अतुल: बता दें अतुल रुद्रप्रयाग जिले के वीरों देवल गांव के रहने वाले हैं. अतुल काफी गरीब परिवार से आते हैं. अतुल के घर में माता पिता, एक छोटा भाई और एक बहन हैं. अतुल की बड़ी बहन की शादी हो चुकी है. अतुल घोड़ा खच्चर चलाकर अपने परिवार की मदद करते हैं. साथ ही वे पढ़ाई को लेकर भी जागरुक हैं. तंगहाली में जिस तरीके से अतुल ने अपनी पढ़ाई को जारी रखा है वो आज के युवाओं के लिए प्रेरणा है.

अतुल का घर (ETV BHARAT)
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