देहरादून: भारतीय वन सेवा के अधिकारी मनोज चंद्रन की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का मामला डीओपीटी पहुंच गया है. राज्य ने आईएफएस अधिकारी की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के आवेदन के साथ दूसरी सभी जानकारियां भी डीओपीटी को भेजी गई हैं. उधर इस अधिकारी की नई जांच के आदेश से अनिश्चितता बढ़ गई है.
भारतीय वन सेवा के अधिकारी मनोज चंद्रन पर कर्मचारियों के तय कोटे से अधिक प्रमोशन और संविदा कर्मियों को गलत तरीके से नियमित करने का आरोप है. जिसको लेकर शासन स्तर से आईएएस अधिकारी की जांच के आदेश भी पूर्व में दिए गए थे. वैसे तो वह जांच पूरी होने के बाद शासन को रिपोर्ट प्रेषित कर दी गई थी. जिसके बाद माना जा रहा था कि इस मामले में स्थिति स्पष्ट हो पाएगी, लेकिन इसी प्रकरण में नई जांच का आदेश होने के चलते अब असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है.
आईएफएस अधिकारी मनोज चंद्रन ने जांच के बीच में ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन किया था. जिस पर करीब 3 महीने के बाद फरवरी में आईएफएस अधिकारी मनोज चंद्रन ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मानते हुए दफ्तर आना बंद कर दिया. हालांकि, इस दौरान शासन स्तर पर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया. इस मामले में रिटायर्ड आईएफएस अधिकारी विजय कुमार ने जांच की थी, लेकिन इस जांच रिपोर्ट पर निर्णय न लेते हुए शासन ने एक नई जांच के लिए PCCF अफसर समीर सिन्हा को जांच अधिकारी नामित कर दिया.
खास बात यह है कि जांच अधिकारी ने आईएफएस अफसर मनोज चंद्रन को अपना पक्ष रखने के लिए कहा, लेकिन आज मनोज चंद्रन नहीं पहुंचे. हालांकि, जांच अधिकारी और आईएफएस अधिकारी मनोज चंद्रन के बीच ईमेल के माध्यम से जांच को लेकर बातचीत हुई है. जांच अधिकारी समीर सिन्हा अब इस जांच को इसी आधार पर पूरा करने जा रहे हैं,. मनोज चंद्रन द्वारा विजय कुमार के जांच अधिकारी रहते दिए गए बयानो को इसमें पक्ष माना जा सकता है. खास बात यह है कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्रकरण पर मनोज चंद्रन से जुड़ी सभी जानकारियां शासन ने डीओपीटी को भेज दी हैं. ऐसे में अब इस मामले में डीओपीटी के जवाब का इंतजार है.
स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की स्थिति डीओपीटी के जवाब पर निर्भर करेगी, लेकिन इससे पहले नई जांच के आदेश होने से अब इस मामले में असमंजस बढ़ गया है. आईएफएस अधिकारी मनोज चंद्रन के स्तर पर जांच को फिर से करवाए जाने को लेकर सवाल भी उठाए जा रहे हैं. शासन को फिलहाल नए जांच अधिकारी समीर सिन्हा की रिपोर्ट का इंतजार है. उधर इस मामले में प्रमुख सचिव वन आर के सुधांशु का कहना है कि प्रकरण पर जो भी कार्यवाही हो रही है वह नियमानुसार की जा रही है.
पढ़ें- तो IFS अफसर मनोज चंद्रन की सेवाएं हुई समाप्त! ये कहता है अखिल भारतीय सेवा का नियम
पढ़ें IFS अफसर मनोज चंद्रन के रिटायरमेंट पर असमंजस बरकरार, वन मंत्री ने बताई कानूनी पेचीदगी
पढ़ें- IFS मनोज चंद्रन को चार्जशीट थमाने की तैयारी, वन विभाग में नियमों के कथित उल्लंघन से जुड़ा मामला