देहरादून: मानसून के दौरान सर्पदंश और बिच्छू के डंक मारने के मामले सामने आने लगे हैं. देहरादून के राजकीय दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में आये दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में दून अस्पताल के डॉक्टर अशोक ने लोगों को जरूरी सलाह दी है.
मानसून में जहरीले जीवों से रहें सावधान: अभी हाल ही में इंदिरा नगर के रहने वाले 17 वर्षीय किशोर हिमांशु विषैले सर्प के दंश का शिकार हो गए थे. लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों की सजगता और तुरंत मिले उपचार की वजह से हिमांशु का जीवन बच गया. अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि सांप और बिच्छू के काटने पर झाड़ फूंक के चक्कर में नहीं पड़ें. तत्काल निकटवर्ती अस्पताल जाएं.
दून अस्पताल के डॉक्टर ने दी जरूरी जानकारी: दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में बाल रोग विभाग के प्रोफेसर डॉ अशोक ने बताया कि मानसून में बारिश के दौरान पानी भर जाने से सांप, बिच्छू और अन्य जहरीले कीड़े बिलों से बाहर आ जाते हैं. मानसून के मौसम में विशेष रूप से जहरीले जीवों से बच्चों को बचाने के लिए सावधानी बरतनी जरूरी है. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड वन आच्छादित क्षेत्र से घिरा हुआ है. इसलिए यहां पर हर साल सांप और बिच्छू मानसून में अधिक सक्रिय हो जाते हैं.
डॉ अशोक ने बताया कि-
दून अस्पताल में मानसून के बीच सांप के डसने तीन से चार क्रिटिकल केस सामने आ रहे हैं. ज्यादातर मामलों को पीएचसी लेवल पर ही हैंडल कर लिया जाता है. एंटी वेनम आज हर अस्पताल में उपलब्ध है. दून अस्पताल को कुछ कॉम्प्लिकेटेड केस ही हैंडल करने पड़ रहे हैं.
-डॉ अशोक, चिकित्सक दून अस्पताल-
डॉ अशोक ने मानसून में सांप, बिच्छू और अन्य जहरीले जीवों से बच्चों को बचाने के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है.
सांप-बिच्छू और कीटों से ऐसे बचें
- घर के आसपास साफ सफाई रखें
- घर के आस-पास झाड़ियां और घास न उगने दें
- पत्थरों के ढेर नहीं लगाएं
- घर में सवेरे और शाम झाड़ू सफाई जरूर करें
- बाहर खेलने जा रहे बच्चे नंगे पांव बिल्कुल ना जाएं
- बच्चों को जूते या चप्पल जरूर पहनाएं
- मिट्टी के घरों में रहने वाले सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल जरूर करें
- जहरीला जीव काटे तो झाड़ फूंक नहीं डॉक्टर के पास जाएं
झाड़-फूंक के बजाय डॉक्टर पर करें भरोसा: दून अस्पताल के चिकित्सक डॉ अशोक ने कहा कि इससे जहरीले जीवों से बचा जा सकता है. सांप और बिच्छू के काटने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. घर के आस-पास कीटनाशक का छिड़काव जरूर करें. सांप के काटने पर पहला आधा घंटा जीवन रक्षक होता है. इसलिए तत्काल चिकित्सकीय सेवा लेना जरूरी है.
देहरादून में क्या हुआ था? 26 जून को देहरादून के इंदिरा नगर निवासी 17 साल के हिमांशु को करैत सांप ने डस दिया था. उसे लगभग बेहोशी की हालात में दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था. डॉक्टरों ने सांप के भयानक जहर से उसकी जान बचा ली थी. हिमांशु को 6 घंटे वेंटिलेटर पर रखा गया था. 10 शीशियां एंटी स्नेक वेनम की दी गई थीं. तब जाकर तीसरे दिन वो ठीक हुआ और अपने घर गया.
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