भारतीय सेना द्वारा की गई कार्रवाई के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत उत्तराखंड में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस को राज्यभर में सतर्क कर दिया गया है, विशेषकर देहरादून, हरिद्वार, रुड़की और सीमावर्ती क्षेत्रों में निगरानी कड़ी कर दी गई है।
देहरादून पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए गश्त और चेकिंग अभियान तेज कर दिया है, वहीं हरिद्वार में चारधाम यात्रा के मद्देनज़र सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़े तनाव को देखते हुए एसएसबी और स्थानीय पुलिस को रणनीतिक क्षेत्रों में तैनात किया गया है। रुड़की में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है और चप्पे-चप्पे पर सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश जारी है और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट पर हैं।
भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में किए गए ऑपरेशन सिंदूर को देखते हुए उत्तराखंड में रेड अलर्ट जारी किया गया है। डीजीपी दीपम सेठ ने इस रेड अलर्ट की पुष्टि की है।
रेड अलर्ट घोषित होने के बाद राज्य में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और संवेदनशील प्रतिष्ठानों एवं स्थानों की चेकिंग बढ़ा दी गई है। एयरपोर्ट, एम्स अस्पताल, रेलवे स्टेशन, और केंद्रीय एवं रक्षा संस्थानों में आकस्मिक चेकिंग की जा रही है, साथ ही सुरक्षा ड्रिल भी आयोजित की जा रही है।
वहीं, रुड़की में एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश के लिए दून पुलिस की टीमों ने अर्द्धसैनिक बलों के साथ मिलकर तड़के से ही व्यापक चेकिंग अभियान चलाया। पुलिस ने सभी थाना क्षेत्रों में निवासरत बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन भी शुरू किया है और संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए थाने लाया जा रहा है।
पुलिस की कार्रवाई जारी है, और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद हरिद्वार में सुरक्षा बढ़ी, एसएसबी जवान भी तैनात
ऑपरेशन सिंदूर के बाद हरिद्वार में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। चारधाम यात्रा के पंजीकरण केंद्र, रेलवे स्टेशन, और हरकी पैड़ी क्षेत्र में पुलिस जवानों के साथ-साथ एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) के जवान भी तैनात किए गए हैं।
चारधाम यात्रा पंजीकरण केंद्र के विभिन्न स्थानों पर एसएसबी के जवानों की तैनाती की गई है, और पूरे क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पुलिस और एसएसबी के जवान मिलकर सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित कर रहे हैं, ताकि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
अधिकारियों ने कहा कि चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।