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गोवा नाइट क्लब अग्निकांड: एक ही परिवार के 4 सदस्यों की छीनी जिंदगी, उत्तराखंड के कुल 9 लोगों की मौत


गोवा नाइट क्लब अग्निकांड (ETV Bharat)

अल्मोड़ा: गोवा के नाइट क्लब में शनिवार रात को हुए भीषण अग्निकांड उत्तराखंड के एक परिवार बर्बाद हो गई. इस अग्निकांड में परिवार के चार लोगों की दर्दनाक मौत हुई है. परिवार के पांचों लोग गोवा में छुट्टी मानने गए थे, जिसमें से चार लोगों की गोवा के भीषण अग्निकांड में मौत हो गई. जबकि एक सदस्य किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल रहा. मृतकों में दो लोग मूल रूप से मल्ला बाड़ी गांव अल्मोड़ा के निवासी थे. ये दोनों वर्तमान में दिल्ली में रहते थे. वहीं दो महिलाएं बागेश्वर की निवासी थीं. सभी लोग एक ही परिवार से हैं. मरने वालों में तीन सगी बहनें हैं.

जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से अल्मोड़ा निवासी विनोद कबड़वाल (पुत्र लीलाधर कबड़वाल), अपनी पत्नी भावना, भाभी कमला कबड़वाल (पत्नी नवीन कबड़वाल) और दो साली अनीता जोशी और सरोज जोशी (बागेश्वर निवासी) के साथ गोवा गए थे. शनिवार रात को परिवार के सभी पांच लोग नाइट क्लब में गए थे, तभी वहां अचानक से आग लग गई. आग की इन लपटों में फंसकर विनोद कबड़वाल, कमला कबड़वाल, अनीता जोशी और सरोज जोशी की मौत हो गई. सिर्फ भावना ही वहां से जिंदा बचकर वापस आ पाई.

गोवा नाइट क्लब अग्निकांड में एक ही परिवार के 4 सदस्यों की छिनी जिंदगी (ETV Bharat)

द्वाराहाट एसडीएम सुनील कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर वो कबड़वाल परिवार के घर गए थे. घटना की सूचना मिलने पर मृतकों के परिजन ललित और कपिल कबड़वाल दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे. पीड़ित परिवार मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के बगवालीपोखर के बाड़ी धारकोट गांव का रहने वाला है, जो फिलहाल दिल्ली में रहते हैं. इस घटना के बाद भावना गहरे मानसिक सदमे में हैं और उनका चिकित्सकीय उपचार जारी है. उन्होंने बताया कि मृतकों का अंतिम संस्कार दिल्ली में ही किया जा रहा है.

बता दें कि, विनोद कबड़वाल दिल्ली में एक फाइनेंस कंपनी में कार्यरत थे. गांव के लोग लगातार दिल्ली और गोवा में मौजूद परिजनों से संपर्क बनाए हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गहरा आघात है, जिसे भूल पाना मुश्किल होगा.

स्थानीय लोगों ने गोवा प्रशासन से इस अग्निकांड की निष्पक्ष जांच कर आग लगने के वास्तविक कारणों का पता लगाने की मांग की है. उनका कहना है कि कारण स्पष्ट होने से भविष्य में ऐसी हृदयविदारक घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी. यह दर्दनाक घटना पूरे इलाके को स्तब्ध कर गई है. लोग सोशल मीडिया और फोन कॉल्स के जरिए परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं और हर संभव सहयोग का आश्वासन दे रहे हैं.य गांव में शोक की लहर है और सभी मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.

हादसे में चार बहनों में से एक ही बच पाई: गोवा घूमने के लिए गए परिवार को चार बहने कमला कबड़वाल, भावना कबड़वाल, अनिता जोशी और सरोज जोशी गई थीं, जिसमे केवल भावना कबड़वाल ही अपनी जान बचाने में सफल रहीं, जबकि बाकी तीन बहने आग की चपेट में आ गई और उनकी मृत्यु हो गई. बता दें कि इस अग्निकांड में उत्तराखंड के पांच और लोगों की मौत हुई है, जिसमें से दो टिहरी रहने वाले है. यानी इस हादसे में उत्तराखंड के कुल 9 लोगों की मौत हुई है.

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टिहरी के जितेंद्र और सतीश की भी इस हादसे में मौत हुई है. (ETV Bharat)

बता दें कि इस घटना के बाद मुख्यमंत्री धामी ने गोवा सरकार से अनुरोध किया है कि अगर किसी भी प्रभावित व्यक्ति की पहचान उत्तराखंड निवासी के रूप में होती है, तो उनके परिजनों से तत्काल संपर्क स्थापित किया जाए और आवश्यक सहायता की जाए. गोवा के मुख्यमंत्री ने सीएम को आश्वस्त किया कि सभी प्रभावितों को आवश्यक चिकित्सा और प्रशासनिक सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है.

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