नई दिल्ली: ICICI बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए नए सेवा शुल्क की घोषणा की है, जो 1 जुलाई 2025 से लागू होंगे. इन बदलावों का असर ATM ट्रांजेक्शन, कैश डिपॉजिट और निकासी, IMPS, डेबिट कार्ड और डिमांड ड्राफ्ट जैसी सेवाओं पर पड़ेगा.
ATM से जुड़ी नई फीस
- ICICI बैंक के ATM पर- हर महीने पहले 5 वित्तीय ट्रांजेक्शन मुफ्त होंगे. उसके बाद हर ट्रांजेक्शन पर 23 रुपये का शुल्क लगेगा.
- गैर-वित्तीय ट्रांजेक्शन (जैसे बैलेंस चेक करना) मुफ्त होंगे.
- वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों पर कोई शुल्क नहीं लगाया जाएगा.
अन्य बैंकों के एटीएम पर शुल्क
- मेट्रो शहरों में 3 लेनदेन निःशुल्क
- गैर-मेट्रो शहरों में 5 लेनदेन निःशुल्क
- इसके बाद वित्तीय लेनदेन पर 23 रुपये और गैर-वित्तीय लेनदेन पर 8.50 रुपये का शुल्क लगाया जाएगा.
इंटरनेशनल एटीएम
- नकद निकासी पर 125 रुपये
- करेंसी कन्वर्जन शुल्क 3.5 फीसदी
- गैर-वित्तीय लेनदेन पर 25 रुपये
IMPS लेनदेन शुल्क
- 1,000 रुपये तक के ट्रांसफर- 2.50 रुपये प्रति लेनदेन
- 1,001 रुपये से 1 लाख रुपये- 5 रुपये
- 1 लाख रुपये से 5 लाख रुपये- 15 रुपये
नकद जमा और निकासी में बदलाव
- प्रति माह 3 निःशुल्क नकद लेनदेन (शाखाओं और CRM पर)
- इसके बाद, प्रत्येक लेनदेन पर 150 रुपये का शुल्क लगाया जाएगा.
- 1 लाख रुपये से अधिक जमा पर 150 रुपये या 1,000 रुपये पर 3.50 रुपये (जो भी अधिक हो) का शुल्क लिया जाएगा.
- तीसरे पक्ष की जमा सीमा प्रति लेनदेन 25,000 रुपये तक सीमित है.
- नकद निकासी पर भी यही नियम लागू होंगे- 3 निःशुल्क लेनदेन, फिर 150 रुपये प्रति लेनदेन.
- 1 लाख रुपये से अधिक की निकासी पर मूल्य-आधारित शुल्क लगाया जाएगा.
- थर्ड पार्टी निकासी की सीमा भी प्रति लेनदेन 25,000 रुपये तक है.
डेबिट कार्ड शुल्क के लिए वार्षिक शुल्क
- सामान्य ग्राहकों के लिए 300 रुपये
- ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 150 रुपये
- रिप्लेसमेंट कार्ड के लिए 300 रुपये का शुल्क लिया जाएगा.
आईसीआईसीआई बैंक के इन नए शुल्कों का असर उन ग्राहकों पर ज्यादा पड़ेगा, जो हर महीने कई बार कैश जमा, निकासी या एटीएम ट्रांजेक्शन करते हैं. ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने ट्रांजेक्शन की योजना पहले से बना लें, ताकि अतिरिक्त शुल्क से बचा जा सके.