देहरादून: उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की पहली अधिसूचना 21 जून को जारी होने के बाद से ही लगातार किसी न किसी पेंच में फंसता रहा है. हालांकि, वर्तमान समय में पंचायत चुनाव के लिए प्रक्रिया से लेकर नाम वापसी की प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है. इसके साथ ही पहले चरण के तहत जिन क्षेत्रों में चुनाव होने हैं, वहां के प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह भी आवंटित कर दिए गए हैं, लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से प्रत्याशियों से संबंधित जारी आंकड़े में 159 प्रत्याशी गायब हैं. जिसके चलते उत्तराखंड राज्य निर्वाचन आयोग अब प्रत्याशियों के आंकड़ों के जाल में उलझता नजर आ रहा है.
बता दें कि उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने 28 जून को संशोधित अधिसूचना जारी की थी. अधिसूचना के तहत 2 जुलाई से 5 जुलाई तक प्रत्याशियों की ओर से नामांकन पत्र दाखिल किए गए. नामांकन पत्र की तिथि संपन्न होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने 6 जुलाई को प्रेस नोट जारी कर कहा कि पंचायत चुनाव में 66,418 पदों के सापेक्ष कुल 63,812 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया, लेकिन फिर निर्वाचन आयोग ने 8 जुलाई को प्रेस नोट जारी कर कहा कि चुनाव में 66,418 पदों के सापेक्ष कुल 63,569 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है. ऐसे में अगर राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से 8 जुलाई को जारी प्रेस नोट को सही मानें तब भी 159 प्रत्याशी आंकड़ों में लापता नजर आ रहे हैं.
6 जुलाई को जारी आंकड़े (फोटो सोर्स- State Election Commission Uttarakhand)
नामांकन की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने 8 जुलाई को फाइनल प्रत्याशियों की सूची जारी की. जिसमें कहा गया कि 63,569 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है. इससे पहले ही 7 जुलाई से 9 जुलाई तक नामांकन पत्रों की जांच की गई. नामांकन पत्रों की जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद 10 जुलाई को राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि 3,382 प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों को निरस्त कर दिया गया है. ऐसे में कुल 6,0187 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है. इसके बाद अधिसूचना के तहत 10 और 11 जुलाई को नाम वापसी की प्रक्रिया चली.

8 जुलाई को जारी आंकड़े (फोटो सोर्स- State Election Commission Uttarakhand)
नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने 14 जुलाई को प्रेस नोट जारी किया. जिसमें राज्य निर्वाचन आयोग ने कहा कि नाम वापसी के दौरान कुल 5,019 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस लिया है. वहीं, 14 जुलाई को जारी प्रेस नोट में इस बात को भी कहा गया कि नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही 22,429 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं. जबकि, 32,580 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है.

10 जुलाई को जारी आंकड़े (फोटो सोर्स- State Election Commission Uttarakhand)
ऐसे में राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों पर गौर करें तो वर्तमान समय में 32,580 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है. जबकि, 22,429 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं. वहीं, 5,019 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस लिया और 3,382 प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों को निरस्त किया गया. यानी कुल 63,410 प्रत्याशियों चुनावी प्रक्रिया में भाग लिया था. जबकि, राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से 8 जुलाई को जारी प्रेस नोट के अनुसार, 63,569 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया था. यानी राज्य निर्वाचन आयोग के आंकड़ों से 159 प्रत्याशी गायब हो गए हैं.

14 जुलाई को जारी आंकड़े (फोटो सोर्स- State Election Commission Uttarakhand)
क्या बोले अधिकारी? इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत ने राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल से बातचीत की. जिस पर सचिव ने इस पूरे मामले की जांच करने की तो बात कही, लेकिन ये भी कहा कि ‘जिलों से जो आंकड़े प्राप्त हुए हैं, उन्हीं आंकड़ों को एकत्र करके फाइनल आंकड़ा तैयार किया गया है.‘ इतना ही नहीं आयोग के अधिकारियों का ये भी कहना था कि ‘चुनाव की ड्यूटी में कई बार नए अधिकारी भी लगा दिए जाते हैं, जिनको चुनावी प्रक्रिया का एक्सपीरियंस नहीं होता है, जिसके चलते त्रुटि होने की संभावना बनी रहती है.‘
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