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नैनीताल में मामले पर सीएम धामी सख्त कहा, कानून तोड़ने वालों और आरोपियों पर हो कठोर कार्रवाई

नैनीताल में हाल ही में हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म पर भ्रामक जानकारी या अफवाहें फैलाने वालों की तुरंत पहचान की जाए और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।

शहर में किशोरी से दुष्कर्म की वारदात के बाद उपजे सांप्रदायिक तनाव को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को कड़ी और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि न कानून तोड़ने वालों को बख्शा जाएगा और न ही दुष्कर्म के दोषियों को।

सख्त निर्देश और संवेदनशील रुख

मुख्यमंत्री धामी ने कहा:“दुष्कर्म जैसी घिनौनी घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वालों पर भी कठोर कार्रवाई होगी। सरकार पीड़िता और उसके परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।”

पीड़िता और परिवार की सुरक्षा प्राथमिकता
  • जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि पीड़िता की शारीरिक और मानसिक देखभाल सुनिश्चित की जाए।

  • परिवार को सुरक्षा प्रदान करने और किसी भी प्रकार की धमकी या उत्पीड़न से बचाने के लिए पुलिस को अलर्ट किया गया है।

कानून व्यवस्था और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने पर जोर

मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को आगाह किया कि किसी भी स्थिति में शांति भंग करने वालों को सहन न किया जाए
साथ ही उन्होंने जनता से भी संयम बरतने और कानून में विश्वास बनाए रखने की अपील की।

सोशल मीडिया पर नजर रखने के निर्देश मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से मामले की विस्तृत रिपोर्ट तलब की और कहा:”सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से अफवाह या भ्रामक जानकारी फैलाने वालों को तुरंत चिन्हित किया जाए। ऐसे लोगों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।”

उन्होंने अफवाहों के कारण उपज रहे सामाजिक तनाव और भ्रम को गंभीरता से लेते हुए कहा कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए साइबर सेल को सक्रिय रूप से काम में लगाया जाए

जिम्मेदार प्रशासन और सुरक्षा बल

सीएम ने निर्देश दिए कि जिला और पुलिस प्रशासन सभी संवेदनशील क्षेत्रों पर नजर रखे, और यह सुनिश्चित करे कि शांति व्यवस्था भंग न हो
उन्होंने कहा कि दोषियों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द कानूनी दायरे में लाया जाए

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