उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात की। इस उच्चस्तरीय बैठक में राज्य की बहुप्रतीक्षित पनबिजली और रोपवे परियोजनाओं को पर्यावरणीय मंजूरी मिल गई है, जिससे राज्य के विकास को नई रफ्तार मिलेगी।
ऊर्जा और पर्यटन विकास को मिलेगा बढ़ावा
इन स्वीकृत परियोजनाओं के तहत राज्य में स्थानीय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही पर्यावरण के अनुकूल रोपवे नेटवर्क से चारधाम यात्रा और पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी। इससे जहां यात्रियों को सुविधाएं मिलेंगी, वहीं स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा,
“केंद्र सरकार का सहयोग उत्तराखंड के समग्र विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन परियोजनाओं से न केवल पर्यटन को बल मिलेगा, बल्कि राज्य ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी आगे बढ़ेगा।”
मुख्य परियोजनाएं
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पनबिजली परियोजनाएं: वर्षों से लंबित कई जल विद्युत परियोजनाओं को अब पर्यावरणीय स्वीकृति मिल चुकी है, जिससे उनकी गति तेज होगी।
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रोपवे नेटवर्क: केदारनाथ, हेमकुंड साहिब, यमुनोत्री जैसे धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाले रोपवे प्रोजेक्ट अब तेजी से शुरू होंगे। इससे यात्रा का समय कम होगा और सड़क मार्ग पर यातायात का दबाव घटेगा।
चारधाम यात्रा में यातायात दबाव पर भी बोले सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा में यात्रियों की संख्या में हाल के वर्षों में अत्यधिक वृद्धि हुई है, जिससे सड़कों पर ट्रैफिक का बोझ बढ़ गया है। ऐसे में सड़कों की यातायात वहन क्षमता बढ़ाना अत्यंत आवश्यक हो गया है। उन्होंने सड़कों के चौड़ीकरण और वैकल्पिक मार्गों के निर्माण की दिशा में तेजी लाने की बात कही।