रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड हेलीकॉप्टर दुर्घटना मामले में बड़ा एक्शन हुआ है. मामले में आर्यन के प्रबन्धक एवं एकाउंटेबल मैनेजर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है. दोनों को ही इस घटना के लिए जिम्मेदार माना गया है.
केदारघाटी के लिए संचालित होने वाली आर्यन एविएशन प्रालि के हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त (क्रैश) मामले में कंपनी के बेस मैनेजर विकास तोमर तथा एकाउंटेबल मैनेजर कौशल पाठक पर मुकदमा दर्ज हुआ है. रविवार सुबह साढ़े पांच बजे केदारनाथ से गुप्तकाशी आते समय आर्यन कंपनी का हेलीकाप्टर गौरीकुण्ड के जंगलों में क्रेश हो गया था. जिसमें कंपनी के बेस मैनेजर एवं एकाउंटेबल मैनेजर की लापरवाही सामने आई है.
दोनों ने ही डीजीसीए एवं यूकाडा द्वारा जारी एसओपी का पालन नहीं किया गया. अपने दायित्यों को प्रति घोर लापरवाही बरती गयी. जिससे उपरोक्त दुर्घटना कारित हुई. जिसे देखते हुए मुकदमा दर्ज किया गया है.एसपी अक्षय कोंडे ने बताया परिजनों की शिकायत पर कोतवाली सोनप्रयाग में मु.अ.सं. 28/2025 धारा 105 भारतीय न्याय संहिता एवं धारा 10 वायुयान अधिनियम बनाम विकास तोमर व कौशिक पाठक का अभियोग पंजीकृत किया गया है.
केदारनाथ हेलीकॉप्टर में मारे गये लोग:
- कैप्टेन राजबीर सिंह चौहान – 39 वर्ष पायलट, निवासी जयपुर
- विक्रम रावत – बीकेटीसी प्रतिनिधि, निवासी रासी, ऊखीमठ
- विनोद देवी – 66 वर्ष, निवासी उत्तरप्रदेश
- तृष्टि सिंह – 19 वर्ष, निवासी उत्तरप्रदेश
- राजकुमार सुरेश जायसवाल – 41 वर्ष, निवासी गुजरात
- श्रद्धा राजकुमार जायसवाल – निवासी महाराष्ट्र
- काशी – 2 वर्षीय बालिका, निवासी महाराष्ट्र