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केदारेश्वर मंदिर निर्माण के विरोध में उतरा अखाड़ा परिषद, पीएम मोदी और अमित शाह को लिखेगा पत्र


हरिद्वार: उत्तर प्रदेश के इटावा में बन रहे उत्तराखंड स्थित प्रसिद्ध केदारनाथ धाम मंदिर के हूबहू जैसे केदारेश्वर मंदिर को लेकर तीर्थपुरोहितों के बाद संतों ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है. संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने केदारेश्वर मंदिर को ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम की कॉपी करते हुए इसका अपमान बताया.

अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि, जैसे दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर बन रहे मंदिर का विरोध कर बंद कराया गया, उसी तरह से संत इटावा में निर्माणाधीन केदारेश्वर मंदिर का विरोध करते हैं और इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर विरोध जताएंगे.

महंत रविंद्र पुरी का कहना है कि अखाड़ा परिषद किसी भी जगह किसी भी ज्योतिर्लिंग का डुप्लीकेट नहीं बनने देंगे. इसके लिए संत समाज, पंडा समाज, बदरीनाथ-केदारनाथ के पुरोहितों के साथ जल्द बैठक की जाएगी.

केदारेश्वर मंदिर निर्माण के विरोध में उतरा अखाड़ा परिषद (VIDEO-ETV Bharat)

तीर्थ पुरोहितों ने जताया विरोध: वहीं केदारनाथ बदरीनाथ के तीर्थ पुरोहितों ने मंदिर निर्माण को रोकने के लिए सपा प्रमुख के घर के बाहर धरना-प्रदर्शन करने तक की बात कही है. चारधाम महापंचायत के उपाध्यक्ष और केदारनाथ धाम के वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने इस मामले को धार्मिक परंपराओं का उल्लंघन बताया. संतोष त्रिवेदी ने कहा कि केदारनाथ धाम का अपना ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है. इसी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के कारण श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी हुई है. ऐसे में नाम और स्वरूप का प्रयोग कर अन्य स्थान पर मंदिर निर्माण करना धार्मिक परंपराओं का उल्लंघन हो रहा है.

कांग्रेस ने साधा निशाना: वहीं इस मामले पर कांग्रेस ने धामी सरकार को घेरने की कोशिश की है. प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि 4 साल से यूपी में मंदिर का निर्माण चल रहा है. लेकिन सरकार को पता ही नहीं चल पाया. उधर संज्ञान में आने के बाद उत्तराखंड सरकार ने इसकी जांच की बात कही है.

ये है मामला: दरअसल, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल ही में निर्माणाधीन केदारेश्वर मंदिर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था. मंदिर का आकार हूबहू केदारनाथ धाम मंदिर जैसा है. मंदिर का वीडियो सामने आते ही उत्तराखंड में हंगामा हो गया.

केदारेश्वर मंदिर निर्माण के मुख्य बिंदु:

  • इटावा में लगभग 2 एकड़ भूमि पर बनकर तैयार हो रहा मंदिर.
  • 2020 से केदारेश्वर मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ.
  • मंदिर की बनावट हूबहू केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर है.
  • लगभग 55 करोड़ की लागत से मंदिर का निर्माण.
  • लगभग 7 फीट के शालिग्राम की शिला मंदिर में स्थापित की गई.

धामी कैबिनेट में पास हो चुका है प्रस्ताव: 8 जुलाई 2024 को धामी कैबिनेट ने प्रस्ताव पास किया था. जिसमें कहा था कि उत्तराखंड चारधाम के नाम या फिर उस शैली में किसी भी मंदिर का निर्माण नहीं होगा. इसके लिए कई राज्यों को पत्र भी भेजे गए थे. कहा गया था कि इसका उल्लंघन करने पर कार्रवाई भी हो सकती है.

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