हरिद्वार: हरिद्वार के विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मनसा देवी मंदिर पर रविवार को हुए हादसे के बाद आज सोमवार सुबह से ही मनसा देवी में श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया है. सुबह से ही श्रद्धालु मां मनसा देवी के दर्शन करने के लिए पैदल मार्ग और रोपवे के जरिए मंदिर पहुंच रहे हैं.
ऐसे में आज प्रशासन द्वारा काफी एहतियात मनसा देवी मंदिर मार्ग पर बरती गई है. सीधी चढ़ाई वाले सीढ़ी मार्ग को प्रशासन द्वारा फिलहाल पूर्ण रूप से बंद किया गया है. वहीं पैदल मार्ग के बाद अगर श्रद्धालु सीढ़ी वाले मार्ग से नीचे उतरना चाहें, तो वह उसका उपयोग कर सकते हैं.
मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ के बाद एडीएम का निरीक्षण (Video- ETV Bharat)
एडीएम में किया निरीक्षण: हरिद्वार के जिलाधिकारी के कहने पर एडीएम मनीष सिंह ने सीढ़ी मार्ग और पैदल मार्ग का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने पाया कि सीढ़ी वाले मार्ग का रास्ता काफी संकरा है. एडीएम ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि दोनों रास्तों में कुछ ऐसे प्वाइंट्स हैं, जो काफी डेंजरस हैं, जिनमें सुधार की आवश्यकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि क्राउड मैनेजमेंट एक बहुत बड़ी समस्या है. इसके लिए जूता स्टॉल इत्यादि को फिलहाल के लिए शिफ्ट कराया गया है. आने वाले समय में क्राउड मैनेजमेंट के लिए और भी प्लान तैयार किए जाएंगे. एडीएम ने कहा कि-
सरकार की रिपोर्ट (Photo@Uttarakhand Government)
सोमवार सुबह किए गए निरीक्षण में इन सभी बिंदुओं की रिपोर्ट मेरे द्वारा जिला अधिकारी को तैयार कर कर दी जाएगी. वीकेंड्स की अगर बात की जाए, एडीएम फिलहाल सावन और वीकेंड को देखते हुए सीढ़ी वाले मार्ग को पूर्णता बंद किया जाएगा.
-मनीष सिंह, एडीएम, हरिद्वार-
मनसा देवी यात्रा मार्ग पर फोर्स बढ़ाई गई: वहीं पुलिस द्वारा भी आज मनसा देवी मार्ग पर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. फोर्स की संख्या पहले से अधिक लगाई गई है. क्राउड मैनेजमेंट पर भी पुलिस द्वारा सुबह से ही ध्यान दिया जा रहा है. श्रद्धालुओं को व्यवस्थित ढंग से मंदिर की ओर भेजा जा रहा है.

मृतकों की सूची (Photo@Uttarakhand Government)
पुलिस के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ तैनात: आपको बता दें कि मनसा देवी मंदिर पैदल मार्ग पर रविवार को हुए हादसे के बाद एहतियात के तौर पर मंदिर को कल बंद कर दिया गया था. रविवार देर शाम मंदिर फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया था. हादसे के बाद मंदिर में हालात सामान्य हैं. वहां एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ पुलिस बल भी लगाया गया है.

घायलों की सूची (Photo@Uttarakhand Government)
हादसे के बाद से पैदल आने वाले रास्ते में कुछ बदलाव करने की तैयारी मंदिर प्रबंधन और प्रशासन कर रहा है. अधिकारियों की एक टीम ने इस मामले को लेकर छानबीन की और कुछ बिंदुओं को प्रशासन के सामने रखा. इसमें सीढ़ी वाले पैदल मार्ग को अत्यधिक भीड़ के दबाव पर बंद करने जैसे कई सुझाव शामिल हैं.
निरीक्षण के बाद एडीएम ने दीं ये सलाह
- सीढ़ियों वाला मार्ग कई जगह संकरा है. भीड़ बढ़ने पर सीढ़ी मार्ग को बंद करने की सलाह
- जूता स्टैंड भी अवरोधक है. तीनों स्टैंड को सुविधाजनक स्थान पर शिफ्ट करने का सुझाव
- आगे भी, जब भी भीड़ बढ़े सीढ़ी मार्ग बंद करके पैदल मार्ग और रोपवे से यात्रियों को भेजा जाए
रविवार को हुआ था मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हादसा: रविवार 27 जुलाई को हरिद्वार के विश्व प्रसिद्ध मां मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ मच गई थी. मंदिर जाने वाले सीढ़ी मार्ग पर भगदड़ मचने के कारण श्रद्धालुओ एक दूसरे के ऊपर गिरते चले गए. उत्तराखंड सरकार ने आधिकारिक रूप से बताया कि इस भगदड़ में 8 लोगों की जान चली गई थी. 30 लोग घायल हुए थे. उत्तराखंड सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 रुपए देने की घोषणा भी की है. इसके साथ ही मनसा देवी ट्रस्ट की तरफ से भी मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख और घायलों को एक-एक लाख रुपए की मुआवजा देने की घोषणा की गई है.

सरकार द्वारा जारी घायलों की सूची (Photo@Uttarakhand Government)
मनसा देवी मंदिर मार्ग पर मची भगदड़ में मृतकों की सूची
- आरुष उम्र 12 वर्ष पुत्र पंकज, निवासी सौदा, बरेली, उत्तर प्रदेश
- विक्की उम्र 18 वर्ष पुत्र टिक्काराम सैनी, निवासी विलासपुर, रामपुर उत्तर प्रदेश
- विशाल उम्र 19 वर्ष पुत्र नंदन सिंह, निवासी धनौरी, रामपुर उत्तर प्रदेश
- विपिन सैनी उम्र 18 वर्ष पुत्र रघुवीर सिंह, निवासी वसवाखेड़ी, काशीपुर
- वकील उम्र 43 वर्ष पुत्र भरत सिंह, निवासी मौलावाद, बाराबंकी, उत्तर प्रदेश
- राम भरोसे उम्र 65 वर्ष पुत्र रघु, निवासी उरैना, बदायूं उत्तर प्रदेश
- शांति उम्र 60 वर्ष पत्नी राम भरोसे, निवासी उरैना, बदायूं उत्तर प्रदेश
- शकलदेव उम्र 18 वर्ष पुत्र वैचान भारदार, निवासी चरनी, अरहरिया बिहार
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