देहरादून, किरनकांत शर्मा: उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर हादसों का सिलसिला जारी है. आज 7 जून को तकनीक खराबी के कारण केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बडासू के पास एक हेलीकॉप्टर की क्रैश लैंडिंग हुई. इस हेलीकॉप्टर ने सिरसी हेलीपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी थी. इसमें पायलट समेत 6 लोग सवार थे. अच्छी बात ये रही कि इस क्रैश लैंडिंग में कोई जनहानि नहीं हुई. सूझबूझ दिखाने वाले पायलट को हल्की चोटें आई हैं.
मानकों की अनदेखी बताई जा रही हादसे की वजह: उत्तराखंड में 40 दिनों की चारधाम यात्रा के दौरान कई बार हेलीकॉप्टरों ने संतुलन खोया है. कई ऐसे हादसे भी हुए हैं, जिनमें लोगों की जान गई है. 7 जून को केदारनाथ के लिए उड़ान भर रहे हेलीकॉप्टर की अचानक से हाईवे पर ही क्रैश लैंडिंग करवानी पड़ी. गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी भी व्यक्ति की जान नहीं गई. इतना जरूर है कि सड़क पर खड़ी कार और पास में बनी दुकान को हेलीकॉप्टर की इस क्रैश लैंडिंग से नुकसान जरूर पहुंचा है. लेकिन अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिरकार 40 दिनों में 4 हेलीकॉप्टर हादसों के बाद भी सबक क्यों नहीं लिया जा रहा है. आखिरकार गलती किसकी है.
चारधाम यात्रा रूट पर बढ़ रहे हेलीकॉप्टर हादसे (Video- ETV Bharat)
पहले हादसे में गई 6 लोगों की जान: साल 2025 की चारधाम यात्रा के दौरान पहला हेलीकॉप्टर हादसा पिछले महीने 8 मई को हुआ था. यह हादसा ट्रांस एविएशन कंपनी के हेलीकॉप्टर के साथ हुआ. इस हादसे में 6 लोगों की जान चली गई थी. देहरादून से उत्तरकाशी के लिए जब यह हेलीकॉप्टर उड़ान भर रहा था तभी झाला के पास अचानक से हेलीकॉप्टर का संतुलन बिगड़ा. इसके बाद हेलीकॉप्टर गहरी खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. घटना के बाद डीजीसीए ने जांच के आदेश दिए थे. इस हादसे की जांच अभी भी चल रही है.
बडासू में क्रैश लैंडिंग (Photo- ETV Bharat)
उखीमठ में हुई यात्रियों से भरे हेलीकॉप्टर की लैंडिंग: उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर हादसे के बाद उसी महीने 13 मई को एक बार फिर से बदरीनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर वापस लौट रहा हेलीकॉप्टर अचानक तकनीकी खामी की वजह से डगमगाने लगा था. पायलट की सूझबूझ से उसकी तत्काल इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई थी. यह लैंडिंग ऊखीमठ में की गई थी. इमरजेंसी लैंडिंग के बाद पायलट द्वारा बताया गया कि खराब मौसम के चलते विजिबिलिटी काफी कम हो गई थी. इस वजह से उन्हें इमरजैंसी लैंडिंग करवानी पड़ी. गनीमत यह रही कि इस इमरजैंसी लैंडिंग में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई.

एम्स का हेलीकॉप्टर हुआ था दुर्घटना का शिकार (Photo- ETV Bharat)
एम्स का हेलीकॉप्टर हुआ दुर्घटना का शिकार: इस घटना के चार दिन बाद यानी 17 मई को एक बार फिर से केदारनाथ जा रहा ऋषिकेश एम्स का हेलीकॉप्टर हेलीपैड से चंद कदमों की दूरी पर ही अचानक क्रैश हो गया था. घूमते हुए पंखे और डगमगाता हुआ हेलीकॉप्टर पहाड़ी पर उतरता है. इस दौरान हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा इस पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाता है. गनीमत यह रही कि पायलट की सूझबूझ से यहां भी सभी लोगों की जान सुरक्षित रही. यह हेलीकॉप्टर बीमार यात्रियों के लिए डॉक्टर लेकर जा रहा था.

उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर हादसे में 6 लोगों की जान गई थी (Photo- ETV Bharat)
आज 7 जून को बडासू में हुई क्रैश लैंडिंग: आज शनिवार 7 जून को भी एक इसी तरह का हादसा रुद्रप्रयाग के बडासू क्षेत्र में हुआ. आज जिस तरह से इमरजेंसी लैंडिंग हुई है, उसको देखकर साफ लगता है कि अगर पायलट सड़क पर हेलीकॉप्टर नहीं उतारता तो यह दुर्घटना और भी बड़ी हो सकती थी. आज घटी इस घटना में एक दुकान, एक गाड़ी और हेलीकॉप्टर को नुकसान पहुंचा है. अच्छी बात ये है कि हेलीकॉप्टर में सवार सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. फिलहाल इन सभी घटनाओं के बाद डीजीसीए ने जांच के आदेश दिए हैं.
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