देहरादून:मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश के बाद अल्मोड़ा के लमगढ़ा ब्लॉक में स्थित तुलेड़ी गांव के निवासी धर्म सिंह को अब दो सालों के इंतजार के बाद प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिलने की संभावना है। धर्म सिंह को ई-किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल रहा था क्योंकि उनकी ई-केवाईसी में रेटिना और अंगूठे का स्कैन नहीं हो पा रहा था। उनके परिवार ने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री के संदर्भ में उठाया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें अब योजना का लाभ मिलने की संभावना है।
सोमवार को प्रधानमंत्री ने दिल्ली से सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी की। इस घोषणा के बाद, स्थानीय लोगों ने धर्म सिंह के मामले को सोशल मीडिया पर साझा किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले में कार्रवाई की मांग की।
मामला जागरूकता में आते ही मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को बुजुर्ग की ई-केवाईसी कराने के आदेश दिए। इसके उपरान्त, सचिव शैलेश बगोली ने प्राथमिकता प्रदान करते हुए अधिकारियों को तत्काल बुजुर्ग की ई-केवाईसी कराने के आदेश दिए। उनके आदेश के प्राप्ति के तुरंत बाद, प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी बुजुर्ग के घर पहुंचे और उनकी ई-केवाईसी करवाई गई। अब बहुत ही जल्द धर्म सिंह को भी अन्य किसानों के समान किसान सम्मान निधि का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
एक संवेदनशील कदम के साथ, एक बुजुर्ग ने अपने मामले से संबंधित केवाईसी (खादी और गांव के उद्योग आयोग) के मामले को त्वरितता से समाधान किए जाने पर मुख्यमंत्री को आभार व्यक्त किया। केवाईसी संबंधी मुद्दों को संज्ञान में लेने के लिए धन्यवाद व्यक्त करते हुए बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री का शुक्रिया अर्पित किया। ऐसा प्रशंसा प्रदान करना, नागरिकों के मामलों को त्वरितता से संबोधित करने की महत्वपूर्णता को प्रमुखता देता है, सरकारी कार्रवाई में विश्वास और निष्ठा को बढ़ावा देता है। इस आभार के अभिव्यक्ति से सरकार की नागरिकों के मामलों को प्रभावी रूप से समाधान करने की प्रतिबद्धता को प्रमाणित किया जाता है।
“मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषित किया कि हमारी सरकार बुजुर्ग, महिलाओं और दिव्यांगों के कल्याण को लेकर पूरी तरह से समर्पित है। हमारा प्रयास है कि ‘डबल इंजन’ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से प्रत्येक वर्ग को लाभान्वित किया जाए।”