देहरादून :राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और भारत सरकार ने एटीवी के लिए सिफारिश की थी। विश्व बैंक से इसके लिए बजट जारी होगी। चुने गए पहले दो स्थानों पर कामयाब रहे तो पूरे प्रदेश के लिए होगी खरीद।
पहाड़ों के दुर्गम रास्तों तक पहुंचने के लिए फायर सर्विस के जवानों को ज्यादा मशक्कत नहीं करनी होगी। पुलिस विभाग जल्द ही फायर सर्विस के लिए दो ऑल टेरेन व्हीकल (एटीवी) वाहन खरीदने जा रही है। ये वाहन खाई में उतरने, नदी, नाले सब जगह चलने में सक्षम होंगे। फिलहाल इन वाहनों की खरीद केदारनाथ धाम और गंगोत्री धाम क्षेत्र के लिए होगी।
यदि यहां पर ये सफल रहे तो पूरे प्रदेश के पहाड़ी स्थानों के लिए इनकी खरीद की जाएगी। बता दें कि फायर सर्विस आग लगने पर ही नहीं बल्कि किसी हादसे की सूचना पर भी सबसे पहले पहुंचने वाली सेवा होती है। यही कारण है कि इसे फर्स्ट रिस्पांडर भी कहा जाता है। अभी तक फायर सर्विस के वापस वाहनों का ऐसा कोई अत्याधुनिक बेड़ा नहीं है जिससे कि दुर्गम स्थानों पर कम जोखिम के साथ आसानी से पहुंचा जा सके।
इसके लिए पिछले दिनों फायर सर्विस की ओर से दो एटीवी वाहनों की खरीद का प्रस्ताव शासन के भेजा गया था। शासन से तो इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ, लेकिन अब विश्व बैंक के बजट से पुलिस को आस बंधी है। विश्व बैंक इसके लिए जल्द बजट स्वीकृत कर सकता है। प्रत्येक वाहन की कीमत करीब 75 लाख रुपये होगी।
फिलहाल ये एटीवी केदारनाथ और गंगोत्री धाम के लिए खरीदे जाएंगे। इन जगहों पर बड़ी गाड़ियां नहीं पहुंच पाती हैं। न ही यहां के संकरे रास्तों पर फायर सर्विस के छोटे रेस्क्यू वाहन पहुंच पाते हैं। ऐसे में इन जगहों के लिए एटीवी ही उपयुक्त वाहन हैं। जल्द ही इनके लिए बजट मिलने की उम्मीद है। यदि ये यहां सफल हो गए तो अन्य पहाड़ी स्थानों के लिए भी एटीवी खरीदे जाएंगे।
पिछले दिनों राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकण ने भी पहाड़ी स्थानों के लिए एटीवी की ही सिफारिश की है। इसके साथ ही भारत सरकार ने भी सभी पहाड़ी राज्यों को इस तरह के वाहन खरीदने को कहा है। ताकि, संकरे रास्तों पर आसानी और तेजी से पहुंचकर लोगों की जान बचाई जा सके। इन वाहनों पर आग बुझाने के लिए पानी ले जाने की सुविधा भी रहेगी। यानी ये वाहन रेस्क्यू के लिए जवानों को ले जाने के साथ-साथ आग बुझाने का काम भी करेंगे।
आग बुझाने के लिए जान का जोखिम करने को फायर सर्विस जल्द ही रोबोट का सहारा भी लेगी। इसके लिए पिछले साल मंजूरी मिली थी। अब दो रोबोट की खरीद के लिए टेंडर भी फायर सर्विस की ओर से जारी कर दिए गए हैं। आगामी 20 सितंबर तक विक्रेताओं से बिड मांगी गई हैं। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद आधुनिक रोबोट फायर सर्विस के बेड़े में शामिल हो जाएंगे।