उत्तराखंड आज अपनी स्थापना के 25 वर्षों के रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर चुका है। इस अवसर पर राज्यभर में खुशी का माहौल है और लोग एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तराखंड के 13 जिलों के लोगों से संवाद करेंगे, जो इस ऐतिहासिक दिन को और भी खास बना देगा।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य आंदोलन की असली प्रेरणा उत्तराखंड के समग्र और संतुलित विकास की अवधारणा थी। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए राज्य में नई दिशा देने की शुरुआत की गई है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य की महान जनता के आशीर्वाद, सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड के प्रति विशेष स्नेह और केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य में हर क्षेत्र में तेज़ी से विकास हो रहा है।
उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष के इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्यमंत्री ने यह भी आशा जताई कि राज्य की निरंतर प्रगति और समृद्धि के लिए यह एक नया अध्याय साबित होगा।
उत्तराखंड राज्य की 24वीं वर्षगांठ के अवसर पर राज्यपाल, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। राज्य स्थापना की वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि राज्य अब अपनी रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर चुका है, और इस अवसर पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम उत्तराखंड को ऐसी नई ऊंचाई पर ले जाएं, जहाँ हमारी समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और जनहित की नीतियों का एक सुंदर सामंजस्य स्थापित हो।
राज्यपाल ने इस अवसर पर राज्य निर्माण आंदोलन के सभी ज्ञात और अज्ञात शहीदों तथा आंदोलनकारियों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य की स्थापना के 24 वर्षों में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन इस यात्रा में हमने अनगिनत सपनों को साकार होते देखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस कथन को साकार करने की दिशा में, जिसमें उन्होंने उत्तराखंड को 21वीं सदी के तीसरे दशक में एक महत्वपूर्ण राज्य बनाने का आह्वान किया था, यह वर्ष इस यात्रा में एक अहम मील का पत्थर साबित होगा।