Homeइंटरनेशनलअमेरिकी खुफिया विभाग की प्रमुख तुलसी गबार्ड का भारत दौरा काफी महत्वपूर्ण

अमेरिकी खुफिया विभाग की प्रमुख तुलसी गबार्ड का भारत दौरा काफी महत्वपूर्ण

अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के अपने दौरे पर रवाना हो चुकी हैं, जिसमें वह भारत भी जाएंगी। सोमवार को उन्होंने बताया कि वह जापान, थाईलैंड और भारत का दौरा करेंगी।

पीएम मोदी से हुई थी मुलाकात

इससे पहले, फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका का दौरा किया था, जहां उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत कई प्रमुख नेताओं से मुलाकात की थी। इस दौरान पीएम मोदी की मुलाकात तुलसी गबार्ड से भी हुई थी। अब प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिकी दौरे के बाद, तुलसी गबार्ड भारत का दौरा करने जा रही हैं।

तुलसी गबार्ड ने अपने इंडो-पैसिफिक दौरे की शुरुआत प्रशांत महासागर में स्थित अमेरिकी द्वीप हवाई की राजधानी होनोलुलू से की। इस दौरान, वह इंटेलिजेंस कम्युनिटी के अधिकारियों, इंडो-पैसिफिक कमांड के लीडर्स और ट्रेनिंग ले रहे सैनिकों से मुलाकात करेंगी। यह मुलाकातें क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही हैं।

तुलसी गबार्ड कौन हैं?

43 वर्षीय तुलसी गबार्ड इराक युद्ध की एक प्रमुख दिग्गज हैं। उन्होंने अफ्रीका और मध्य पूर्व के युद्ध क्षेत्रों में तीन बार तैनाती की है और वहां अपनी सेवाएं दी हैं। तुलसी गबार्ड पहले डेमोक्रेट पार्टी की सदस्य थीं, लेकिन अक्टूबर 2022 में उन्होंने इस पार्टी को छोड़ दिया और 2024 में रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हो गईं। उनके करियर में सैन्य सेवा के अलावा राजनीति और सार्वजनिक सेवा का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

तुलसी गबार्ड अमेरिकी कांग्रेस में पहली हिंदू सदस्य थीं, लेकिन उनका भारत से कोई सीधा संबंध नहीं है। हालांकि, उनके धर्म के कारण उन्हें अक्सर भारतीय मूल का समझा जाता है। तुलसी गबार्ड का जन्म अमेरिका के हवाई में हुआ था, और उनका परिवार अमेरिकी नागरिक है। वह अपनी हिंदू पहचान को गर्व से स्वीकार करती हैं, लेकिन उनका भारतीय पृष्ठभूमि से कोई पारिवारिक या नस्लीय संबंध नहीं है।

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