देहरादूनःबुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक कहे जाने वाले विजयदशमी पर्व की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है. बीते 75 सालों से बन्नू बिरादरी देहरादून के परेड ग्राउंड में रावण, मेघनाथ, कुंभकरण के पुतले दहन कर दशहरा का त्योहार हर्षोल्लास से मनाती आ रही है. हरियाणा के अंबाला से आए कारीगर परेड ग्राउंड में रावण समेत उनके परिवार के पुतले बनाने में जुट गए हैं. इस बार रावण दहन खास होने वाला है. यहां 131 फुट ऊंचा रावण का पुतला जाएगा. जिसे दहन करने के लिए रिमोट का इस्तेमाल भी किया जाएगा. 12 स्टेप के माध्यम से रावण के पुतले को मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी रिमोट के माध्यम से दहन करेंगे.
इस बार देहरादून के निवासी विजयदशमी के पर्व पर 131 फुट ऊंचे रावण का पुतला दहन देखेंगे, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड होगा. हरियाणा के अंबाला से आए तेजिंदर सिंह चौहान का कहना है कि इस साल रावण के पुतले को 3000 मीटर कपड़े से सजाया गया है. रावण के पुतले में 24 क्विंटल के 520 बांस लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि रावण के पुतले में 25 क्विंटल लोहा लगाया गया है. रावण के चेहरे को करीब डेढ़ क्विंटल फाइबर ग्लास से बनाया जा रहा है. इस बार पुतले में कागज का इस्तेमाल नहीं किया गया है. तेजिंदर सिंह चौहान का कहना है कि देहरादून के निवासी अब तक के सबसे ऊंचे रावण को दहन होते हुए देखेंगे.
ज्योतिषाचार्य डॉ. आचार्य सुशांत राज ने बताया, हिंदू धर्म में दशहरा पर्व का विशेष महत्व है। इसी दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था। रावण दहन के साथ-साथ इस दिन मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन भी किया जाता है। बताया, हिंदू पंचांग के अनुसार अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि की शुरुआत 23 अक्तूबर को शाम पांच बजकर 44 मिनट पर होगी और 24 अक्तूबर को दोपहर तीन बजकर 14 मिनट पर दशमी तिथि का समापन होगा। परेड मैदान में शाम छह बजकर पांच मिनट पर पुतला दहन किया जाएगा।