78वें स्वतंत्रता दिवस की थीम ‘विकसित भारत’ है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देश और राज्यों के विभिन्न विभाग उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। इस वर्ष भारत सरकार ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में 6000 ‘विशेष अतिथियों’ को आमंत्रित किया है।
बागेश्वर जिले के कपकोट ब्लॉक के जामुवाखाल गांव की निवासी धना देवी को स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए भारत सरकार से आमंत्रण मिला है। धना देवी ने इस आमंत्रण पर अपनी खुशी व्यक्त की और बताया कि सरकार ने महिलाओं के उत्थान के लिए कई योजनाएं चलाई हैं, जिनसे महिलाएं लाभांवित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि वह स्वयं सहायता समूह चला रही हैं, जिसके माध्यम से उन्होंने 500 महिलाओं को रोजगार प्रदान किया है। धना ने सरकारी योजनाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
पौड़ी गढ़वाल के दुगड्डा ग्राम मंडाई निवासी नरेंद्र सिंह ने भी भारत सरकार द्वारा प्राप्त आमंत्रण पर खुशी जताई और इसके लिए सरकार का आभार व्यक्त किया। नरेंद्र प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी हैं और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाल किले से साक्षात सुनने के लिए उत्साहित हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग में जेंडर स्पेशलिस्ट सुप्रिया चंद, जो देहरादून निवासी हैं, और उनकी टीम की 10 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में नई दिल्ली आमंत्रित किया गया है। सुप्रिया चंद ने बताया कि उत्तराखंड में लिंगानुपात को सुधारने में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, और इसीलिए उन्हें यह आमंत्रण प्राप्त हुआ है।
उत्तरकाशी के नौगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एएनएम पूजा राणा भी स्वतंत्रता दिवस समारोह में मिले आमंत्रण से बेहद खुश हैं। उन्होंने अपने विभाग और भारत सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को साक्षात सुनना उनके लिए एक सुनहरे अवसर जैसा है।
सीमा सड़क संगठन में काम करने वाले पुष्कर सिंह और यशवंत सिंह भी आमंत्रण मिलने के बाद नई दिल्ली रवाना हो गए हैं। उन्होंने बताया कि वे देश की सीमाओं पर सड़क निर्माण का काम करते हैं और यह उनका पहली बार दिल्ली जाना है। दोनों लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम को देखने के लिए उत्साहित हैं।
अटल इनोवेशन मिशन के तहत इस बार स्कूली बच्चों को भी स्वतंत्रता दिवस पर आमंत्रित किया गया है। खटिमा की शिक्षिका संगीता बत्रा और उनकी छात्राएं नई दिल्ली रवाना हो गई हैं। बत्रा ने भारत सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के आमंत्रण से बच्चों में उत्साह पैदा होता है और उन्हें नई-नई चीजें देखने को मिलती हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। उन्होंने कहा कि छोटे स्थान से इतने बड़े मंच के लिए आमंत्रण मिलना गर्व का विषय है।
ऊधमसिंह नगर के बघौरी गांव की लखपति दीदी योजना की लाभार्थी पवित्रा राणा अपने स्वयं सहायता केंद्र ‘प्रगति’ को चला रही हैं, जिसमें उन्होंने कई महिलाओं को रोजगार प्रदान किया है। राणा ने बताया कि उन्होंने केवल 100 रुपये की लागत से स्वरोजगार शुरू किया था, जो आज सरकारी योजनाओं की मदद से बड़े स्तर पर फैल चुका है। आज उनके पास अपना पोली हाउस भी है। उन्होंने दिल्ली आमंत्रण पर खुशी जताते हुए भारत सरकार का आभार व्यक्त किया है।
पिथौरागढ़ के दूरस्थ गांव ननकुड़ी की ग्राम प्रधान ममता और उनके पति लक्ष्मण सिंह को भी स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। उन्हें बीते 26 जनवरी के समारोह के लिए भी आमंत्रित किया गया था।
भारत सरकार ने उत्तराखंड के जनजातीय क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उत्कृष्ट कार्य कर रहे लोगों को भी आमंत्रित किया है। देहरादून की कालसी निवासी प्यारो देवी और प्रभा देवी ने दिल्ली आमंत्रण के लिए सरकार का आभार व्यक्त किया है। प्यारो देवी ने कहा कि वे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर और सशक्त हुई हैं। कालसी निवासी प्रभा देवी ने कहा कि वे ‘वनधन’ नाम से केंद्र का संचालन करती हैं, जिसमें उन्होंने लगभग 300 महिलाओं को रोजगार से जोड़ा है। उन्होंने दिल्ली आमंत्रण के लिए भारत सरकार का आभार व्यक्त किया है।