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Twitter के को-फाउंडर जैक डॉर्सी ने लॉन्च किया बिना इंटरनेट चलने वाला चैटिंग ऐप, क्या WhatsApp से होगा कंप्टीशन?


हैदराबाद: पिछले कई सालों से मैसेजिंग ऐप की दुनिया में व्हाट्सएप का बोलबाला रहा है. इस मैसेंजिंग ऐप को अभी तक कोई भी कड़ी टक्कर नहीं दे पाया है. हालांकि, अब बिटचैट नाम का एक नया मैसेंजिंग ऐप व्हाट्सएप को टक्कर दे सकता है, क्योंकि इसमें एक बड़ी खासियत है. बिटचैट नाम के नए मैसेजिंग ऐप को यूज़ करने के लिए इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत नहीं होती. इसका मतलब है कि अगर आपके फोन में इंटरनेट नहीं है फिर भी आप इसके जरिए चैट कर पाएंगे. बिटचैट को ट्विटर के को-फाउंडर और पुराने सीईओ जैक डॉर्सी ने डेवलप और लॉन्च किया है. आपको बता दें कि अब ट्विटर का नाम एक्स है और उसके मालिक एलन मस्क हैं.

जैक डॉर्सी ने अपने इस चैटिंग ऐप को पेश किया है, जो ब्लूटूथ कनेक्शन पर काम करता है. रिपोर्ट के अनुसार, यह ऐप पूरी तरह से डिसेंट्रलाइज्ड है. इसका मतलब है कि इसे ऑपरेट करने के लिए किसी सर्वस की जरूरत नहीं है. यह एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस को कनेक्ट करने के लिए इंटरनेट कनेक्शन नहीं बल्कि ब्लूटूथ कनेक्शन का इस्तेमाल करता है. इसके लिए यूज़र्स को ना ही इंटरनेट की जरूरत है, ना ही किसी सर्वस, ना ही किसी मोबाइल नंबर और ना ही किसी ईमेल आइडी की जरूरत है.

Bitchat ऐप कैसे चलता है?

स्टेप्स प्रोसेस
Bluetooth Mesh Networking पास के मोबाइल आपस में Bluetooth से जुड़ते हैं (करीब 30 मीटर तक की रेंज) और चलते-फिरते लोग दूसरों के मोबाइल से कनेक्ट होकर मैसेज आगे बढ़ाते हैं
इंटरनेट की ज़रूरत नहीं इस ऐप को चलाने के लिए Wi-Fi, मोबाइल डेटा या इंटरनेट की ज़रूरत नहीं पड़ती
एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन भेजा गया मैसेज सिर्फ भेजने वाले और पाने वाले को दिखता है, किसी तीसरे को नहीं
मैसेज खुद-ब-खुद हट जाते हैं कुछ समय बाद मैसेज अपने आप मोबाइल से गायब हो जाते हैं
कोई साइन-अप नहीं ऐप चलाने के लिए ईमेल या फोन नंबर की ज़रूरत नहीं, यूज़र पहचान छुपी रहती है

Bitchat की खास बातें

डीसेंट्रलाइज़्ड ऐप: यह डीसेंट्रलाइज़्ड ऐप है. इसका मतलब है कि इस ऐप को यूज़ करने के लिए किसी सर्वस की जरूरत नहीं है. इसमें एक मोबाइल से मैसेज सीधा दूसरे मोबाइल में जाता है.

ब्लूटूथ कनेक्शन: इसके लिए किसी इंटरनेट कनेक्शन, मोबाइल नेटवर्क या वाई-फाई की जरूरत नहीं होती. इसके जरिए एक डिवाइस ब्लूटूथ कनेक्शन के जरिए सीधा दूसरे डिवाइस के साथ कनेक्ट होता है.

ब्लूटूथ कनेक्शन की रेंज: आमतौर पर ब्लूटूथ कनेक्शन की रेंज अधिकतम 100 मीटर की होती है, लेकिन जैक डॉर्सी का दावा है कि उनका मैसेजिंग ऐप यानी बिटचैट 300 मीटर की रेंज तक काम करता है.

Wi-Fi Direct का सपोर्ट: रिपोर्ट के मुताबिक, बिटचैट में जल्द ही वाई-फाई डायरेक्ट का सपोर्ट आने वाला है. इससे इस ऐप को यूज़ करने की रेंज और स्पीड बढ़ जाएगी.

मैसेज एनक्रिप्शन: इस मैसेंजिग ऐप के सभी मैसेज एनक्रिप्टेड होते हैं. इसका मतलब है कि इसके जरिए भेजे जाने वाले मैसेज को सिर्फ भेजने वाला और रिसीव करने वाला ही पढ़ सकता है. उसे बीच में कोई भी नहीं पढ़ सकता है. इसका मतलब यूज़र्स की प्राइवेसी का ख्याल रखा गया है.

“Rooms” क्या है: इस चैटिंग ऐप में ग्रुप्स को रूम्स कहा जाता है. यह पासवर्ड से प्रोटेक्टेड होते हैं और इसमें नाम # से शुरू होता है.

iPhone पर उपलब्ध: बिटचैट को अभी तक सिर्फ आईफोन पर टेस्टफ्लाइट के तौर पर उपलब्ध कराया गया है. इसे जल्द ही एप्पल स्टोर पर लॉन्च किया जा सकता है, जिसके बाद आईओएस के सभी यूज़र्स इस ऐप का यूज़ कर पाएंगे. इसके अलावा इसे एंड्रॉयड डिवाइस पर लॉन्च करने की तैयारी भी चल रही है.

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