हैदराबाद: स्वदेशी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki India Ltd (MSIL) ने अपनी मानेसर मैन्युफेक्चरिंग फेसेलिटी के अंदर स्थित भारत की सबसे बड़ी इन-प्लांट रेलवे साइडिंग में परिचालन शुरू कर दिया है. इस परियोजना का उद्घाटन केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किया. इस नई फेसेलिटी से कंपनी की लॉजिस्टिक्स दक्षता में उल्लेखनीय सुधार होने की उम्मीद है.
जानकारी के अनुसार, 46 एकड़ में फैले इस रेलवे साइडिंग में पूरी तरह से विद्युतीकृत नेटवर्क शामिल है, जिसमें चार पूरी लंबाई वाली रेक ट्रैक और एक अतिरिक्त इंजन एस्केप ट्रैक शामिल है, जो कुल मिलाकर 8.2 किलोमीटर है. इसके बुनियादी ढांचे में दो मंजिला स्टेशन भवन, ट्रेन गार्ड और ड्राइवरों के लिए एक समर्पित पथ, साथ ही इलेक्ट्रॉनिक ट्रेन इंटरलॉकिंग सिस्टम भी शामिल हैं.
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (फोटो – Maruti Suzuki)
Maruti Suzuki India के मानेसर और गुरुग्राम प्लाटों में उत्पादित वाहनों को इस साइडिंग से 17 वितरण केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा, जो पूरे भारत में लगभग 380 शहरों तक पहुंचेंगे. यह फेसेलिटी मुंद्रा और पिपावाव के निर्यात बंदरगाहों को भी डिस्पैच करने में सहायता करती है. पूरी परिचालन क्षमता पर, साइडिंग सालाना 4.50 लाख वाहनों को डिस्पैच करने में सक्षम है.
बता दें कि यह PM GatiShatki National Master Plan का हिस्सा है और व्यापक हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) के अंतर्गत आता है, जो सोनीपत को पलवल से जोड़ने वाला 126 किलोमीटर लंबा रेल लिंक है. इस परियोजना को हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HORCL) द्वारा क्रियान्वित किया गया है, जो एक संयुक्त उद्यम है, जिसमें MSIL ने 325 करोड़ रुपये का निवेश किया है.

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किया उद्घाटन (फोटो – Maruti Suzuki)
इस परियोजना में MSIL का कुल निवेश लगभग 452 करोड़ रुपये है. कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2014-15 से अब तक उसने रेलवे नेटवर्क के माध्यम से कुल मिलाकर 2.5 मिलियन से अधिक वाहनों का परिवहन किया है.