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'भारत आज भी सारे जहां से अच्छा दिखता है', अंतरिक्ष से शुभांशु शुक्ला ने दोहराए राकेश शर्मा के शब्द, देखें वीडियो


हैदराबाद: Axiom Mission 4 को पूरा करने के लिए भारत, अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के एस्ट्रोनॉट्स अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन गए हुए हैं, जहां से वो कल यानी 14 जुलाई 2025 को पृथ्वी पर वापस लौटने के लिए रवाना होने वाले हैं. इस मिशन में भारत के शुभांशु शुक्ला भी गए हैं, जिनकी चर्चा पिछले कई हफ्तों से काफी ज्यादा हो रही है. शुभांशु भारत की ओर से अंतरिक्ष में जाने वाले राकेश शर्मा के बाद दूसरे भारतीय एस्ट्रोनॉट हैं. राकेश शर्मा 41 साल पहले अंतरिक्ष में गए थे और तब उन्होंने कहा था कि हमारा देश सारे जहां से अच्छा दिखता है. अब राकेश शर्मा के उन्हीं शब्दों को शुभांशु शुक्ला ने भी दोहराया है और उन्होंने पृथ्वी पर लौटने से ठीक पहले अंतरिक्ष से भारतवासियों के लिए अपना आखिरी मैसेज देते हुए कहा कि, भारत आज भी सारे जहां से अच्छा दिखता है.

Axiom Mission 4 को पूरा करने के लिए भारत, अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के एस्ट्रोनॉट्स अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन गए हुए हैं, जहां से वो कल यानी 14 जुलाई 2025 को पृथ्वी पर वापस लौटने के लिए रवाना होने वाले हैं. इस मिशन में भारत के शुभांशु शुक्ला भी गए हैं, जिनकी चर्चा पिछले कई हफ्तों से काफी ज्यादा हो रही है. शुभांशु भारत की ओर से अंतरिक्ष में जाने वाले राकेश शर्मा के बाद दूसरे भारतीय एस्ट्रोनॉट हैं. राकेश शर्मा 41 साल पहले अंतरिक्ष में गए थे और तब उन्होंने कहा था कि हमारा देश सारे जहां से अच्छा दिखता है. अब राकेश शर्मा के उन्हीं शब्दों को शुभांशु शुक्ला ने भी दोहराया है और उन्होंने पृथ्वी पर लौटने से ठीक पहले अंतरिक्ष से भारतवासियों के लिए अपना आखिरी मैसेज देते हुए कहा कि, भारत आज भी सारे जहां से अच्छा दिखता है.

शुभांशु ने क्या कहा?

दरअसल, इस मिशन पर गए क्रू के वापस लौटने से पहले उनके लिए एक विदाई समारोह आयोजित किया गया. इसमें चारों देशों के एस्ट्रोनॉट्स ने विदाई भाषण दिया. शुभांशु शुक्ला ने इस यात्रा को काफी रोमांचक और बेहतरीन बताया. उन्होंने कहा कि 25 जून के फाल्कन-9 से इस यात्रा को शुरू करने से लेकर आजतक का अनुभव काफी शानदार रहा. उन्होंने कहा कि हमें यहां आने से पहले काफी अच्छे से ट्रेनिंग दी गई थी. हमनें स्टेशन पर कई प्रयोग किए और जब भी टाइम मिला तो विंडो से पृथ्वी को देखा. शुभांशु ने अपनी टीम के बारे में बताते हुए कहा कि, इस मिशन पर आई हमारी टीम शानदार है और स्पेस स्टेशन पर मौजूद बाकी सदस्य भी काफी मददगार हैं.

अंग्रेजी में विदाई भाषण देने के बाद शुभांशु ने भारतवासियों के लिए हिंदी में भी कुछ कहा. उन्होंने कहा, मेरी यह यात्रा कमाल की रही है, लेकिन अब मेरी यह यात्रा समाप्त हो रही है, लेकिन आपकी और हमारी ह्यूमन स्पेस की यात्रा काफी लंबी और कठिन है, लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अगर हम निश्चय कर लें तो हम तारों तक भी पहुंच सकते हैं.

उसके बाद शुभांशु शुक्ला ने राकेश शर्मा का जिक्र करते हुए कहा, “41 साल पहले कोई भारतीय अंतरिक्ष में गए थे और उन्होंने हमें बताया था कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है और मुझे ऐसा लगता है कि आज भी सभी लोग यही जानना चाहते हैं कि आज भारत कैसे दिखता है. मैं आपको बताता हूं कि आज का भारत अंतरिक्ष से महत्वाकांक्षी, निडर, आत्मविश्वासी और गर्व से भरा हुआ दिखता है. इन्हीं कारणों की वजह मैं एक बार फिर से कह सकता हूं कि, आज का भारत अभी भी सारे जहां से अच्छा दिखता है. जल्द ही धरती पर मुलाकात करते हैं. धन्यवाद!”

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