चेन्नई: IIT मद्रास ने भारत की सबसे हल्की एक्टिव व्हीलचेयर का निर्माण किया है, जिसका नाम ‘YD One’ है. इस वजन सिर्फ 9 किलो है. इस कारण इस व्हीलचेयर को उठाना काफी आसान है. इसे संभालना काफी आसान है और इसे एक जगह से दूसरी जगह पर लेकर जाना भी काफी आसान है. यह व्हीलचेयर अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित है. इसे यूज़र्स के शरीर, पोश्चर और गतिशीलता की जरूरतों के हिसाब से कस्टमाइज़ किया जा सकता है.
इसका वजन काफी कम है, जिसके कारण इसे पब्लिक व्हीकल में भी आसानी से लेकर जाया जा सकता है. इस चेयर के फ्रेम को मोनो-ट्यूब डिज़ाइन और एयरोस्पेस-ग्रेड कंटेंट से बनाया गया है, जिसकी वजह से यह काफी मजबूत है. इस प्रोडक्ट का उद्देश्य व्हीलचेयर की ट्रेडिशनल इमेज को बदलना है. आमतौर पर व्हीलचेयर को अपंगता का प्रतीक मान लिया जाता, लेकिन आईआईटी मद्रास द्वारा तैयार किए गए नए व्हीलचेयर यानी ‘YD One’ ने व्हीलचेयर को स्वतंत्रता, आत्म-सम्मान और सामाजिक भागीदारी का प्रतीक बनाने की कोशिश की है.
IIT Madras ने बनाया भारत का सबसे हल्का व्हीलचेयर (फोटो क्रेडिट: ETV Bharat Tamil Nadu)
आईआईटी कैंपस में आयोजित किया गया इवेंट
ज्यादातर भारी व्हीलचेयर्स का इस्तेमाल अस्पतालों में होता है, YD One इस ट्रेंड को बदलने की दिशा में एक अहम पहल साबित हो सकता है. 16 जुलाई 2025 को आईआईटी मद्रास के कैंपस में इस व्हीलचेयर को लॉन्च करने के लिए एक इवेंट का आयोजन किया गया था, जिसमें चीफ गेस्ट के रूप में सर्जन वाइस एडमिरल अनुपम कपूर (नौ सेना मेडल) और निदेशक जनरल हॉस्पिटल सर्विसेज (आर्मी) मौजूद थे. उन्होंने कहा कि आईआईटी मद्रास के द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट्स सिर्फ प्रयोगशाला तक ही सीमित नहीं रहने चाहिए बल्कि उन्हें पूरी दुनिया के लिए उपलब्ध किया जाना चाहिए ताकि उसके जरिए जरूरतमंद लोगों की जरूरतें पूरी हो सके.
IIT Madras ने बनाया भारत का सबसे हल्का व्हीलचेयर (फोटो क्रेडिट: ETV Bharat Tamil Nadu)
IIT मद्रास के डायरेक्टर प्रोफेसर वी. कमकोटी ने इस नए इनोवेशन को समाजवेशी समाज की दिशा में एक अहम कदम बताया. वहीं, इस प्रोजेक्ट की अगुवाई कर रही प्रोफेसर सुजाता श्रीनिवासन ने कहा कि R2D2 केंद्र की स्थापना के 10 वर्षों में उनका लक्ष्य भारत की जरूरतों के अनुसार ग्लोबल-लेवल हेल्पिंग प्रोडक्ट को तैयार करना रहा है.

IIT Madras ने बनाया भारत का सबसे हल्का व्हीलचेयर (फोटो क्रेडिट: ETV Bharat Tamil Nadu)
यह व्हीलचेयर उनकी टीम और IIT Madras–incubated स्टार्टअप Thryv Mobility के सहयोग से तैयार की गई है, जो हाई क्वालिटी के साथ प्रोडक्ट की कीमत को कम रखना भी सुनिश्चित करती है. आईआईटी मद्रास के इस प्रोजेक्ट को Trimble CSR initiative ने सपोर्ट किया, जो शुरुआती 20 व्हीलचेयर्स योग्य यूज़र्स को मुहैया कराएंगे.
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