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मानसून की बारिश में भीग गया फोन, तो तुरंत फॉलो करें ये टिप्स एंड ट्रिक्स!


हैदराबाद: आजकल पूरे भारत में मानसून का मौसम चल रहा है. भारत के ज्यादातर राज्यों में रोज काफी ज्यादा बारिश हो रही है. ऐसे में लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और उनमें एक बड़ी समस्या फोन का भीगना भी है. आजकल फोन के बिना कहीं आना-जाना बहुत मुश्किल है, क्योंकि फोन सिर्फ कम्यूनिकेशन्स के लिए ही नहीं बल्कि पेमेंट, लोकेशन्स, शॉपिंग इत्यादि जैसे कई अन्य चीजों के लिए भी इस्तेमाल किया जा जाता है. ऐसे में अगर बारिश में आपका फोन भीग जाए तो क्या आप उसे खुद ठीक कर सकते हैं? आइए हम आपको इस सवाल का जवाब बताते हैं.

दरअसल, आजकल लॉन्च होने वाले ज्यादातर स्मार्टफोन्स IP रेटिंग्स के साथ आते हैं, जिनका पूरा नाम इनग्रेस प्रोटेक्शन (Ingress Protection) होता है. यह एक अंतरराष्ट्रीय मानक (IEC 60529) है जो किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे स्मार्टफोन आदि को पानी और धूल से बचने की क्षमता को दर्शाता है. आई और पी के आगे दो अंक रहते हैं, जैसे- IP67, IP68, और IP69. इन अंकों में पहला अंक धूल से बचाने की क्षमता और दूसरा अंक पानी से बचाने की क्षमता दर्शाता है.

IP रेटिंग्स क्या होती है?

IP के बाद 6 का मतलब है कि फोन पूरी तरह से डस्ट-रेसिस्टेंट है और इसके टेक्नोलॉजी की मदद से कोई भी धूल डिवाइस के अंदर नहीं घुस सकती. वहीं, दूसरा अंक पानी से डिवाइस को बचाने की क्षमता दर्शाता है. IP6 के बाद 7 का मतलब है कि डिवाइस को करीब 1 मीटर गहरे पानी में 30 मिनट तक भी डुबोया जाए तो भी वो खराब नहीं हो सकता. IP के बाद 8 का मतलब है कि फोन को 1.5 मीटर गहरे पानी में 30 मिनट तक भी डुबोया जाए तो भी वो खराब नहीं हो सकता. वहीं, IP के बाद 9 का मतलब है कि यह टेक्नोलॉजी डिवाइस को हाई प्रेशर और तापमान वाली पानी की धार या भाप वाले गर्म पानी से भी सुरक्षित रखने में मदद करती है.

आजकल के स्मार्टफोन्स में ऐसी टेक्नोलॉजी वाली रेटिंग्स रहती है, जिसकी मदद से फोन थोड़े बहुत पानी से बचने में खुद ही सक्षम होता है. हालांकि, इन टेक्नोलॉजी की भी एक सीमा है. आईपी रेटिंग पूरी तरह से वाटरप्रूफ की गारंटी नहीं देती है. लिहाजा, इन टेक्नोलॉजी के होने के बाद भी बारिश में फोन खराब हो सकता है. अगर आपके साथ ऐसा हो जाता है तो आप नीचे बताए जा रहे कुछ टिप्स एंड ट्रिक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं.

फोन को तुंरत स्विच ऑफ करें

तुरंत स्विच ऑफ करें: अगर आपका फोन बारिश में भीग गया है तो सबसे पहले उसे तुरंत स्विच ऑफ कर दें. फोन को स्चिव ऑफ करने से फोन में शॉर्ट सर्किट होने का खतरा कम हो जाएगा और फोन के इंटरनल पार्ट्स खराब होने से बच जाएंगे. अगर आपका फोन पहले से ही स्विच ऑफ है, तो उसे दोबारा ऑन करने की कोशिश ना करें.

बाहरी सामान को हटाएं: फोन के कलर, केस, सिम कार्ड, चार्जिंग केबल, हेडफोन या किसी भी अन्य कनेक्टेड एक्सेसरी को हटा दें. सिम कार्ड ट्रे को निकालकर बाहर ही रखें ताकि उस जगह से फोन में घुसा हुआ पानी बाहर निकल सके.

पानी को हटाएं: फोन को एकदम साफ और सूखे कपड़े या टिश्यू पेपर से पोंछे और जितना संभव हो सके, उतना पानी को हटाने की कोशिश करें. चार्जिंग पोर्ट्स, हेडफोन जैक और बटन्स के आसपास वाली जगहों का खास ध्यान रखें और वहां से पानी को सोखने की कोशिश करें. पोर्ट्स और फोन के खुले हिस्से को नीचे की तरफ रखकर फोन को हल्के-हल्के हिलाए ताकि फोन के अंदर का पानी उन खुली जगहों से बाहर आ सके.

नमी को सुखाएं

  • फोन के अंदर पानी से नमी हो जाती है, जो धीरे-धीरे फोन के पार्ट्स को खराब कर देती है. इस कारण आपको फोन के अंदर पानी जाने से हुई नमी को जल्द से जल्द सुखाना चाहिए. इसके लिए आप फोन को सूखे चावल के डब्बे में करीब 24 से 48 घंटों के लिए रख दीजिए. सूखे चावल फोन की नमी को अवशोषित कर लेते हैं.
  • इसके अलावा आप फोन की नमी को सुखाने के लिए जूतों या इलेक्ट्रॉनिक्स के डब्बों में आने वाले सिलिका जेल पैकेट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, क्योंकि ये चावल से भी ज्यादा इफेक्टिव होते हैं.
  • इसके अलावा आप फोन को एयरटाइट बैग या डिब्बे में सिलिका जेल के साथ रख सकते हैं.
  • आप फोन को किसी हवादार जगह पर रखें, जहां वेंटिलेशन अच्छी हो. ध्यान रहे कि फोन को सूखने के लिए आप उसे किसी गर्म सतह या डायरेक्ट धूप में ना रखें क्योंकि इससे डिवाइस खराब हो सकता है.

सर्विस सेंटर से संपर्क करें

अगर ऊपर बताए गए टिप्स एंड ट्रिक्स को फॉलो करने के बाद आपका गीला फोन ऑन नहीं हो रहा है या ऑन होने के बाद ठीक से काम नहीं कर रहा है तो आपको तुरंत कंपनी के आधिकारिक सर्विस सेंटर पर फोन को लेकर जाना चाहिए. हालांकि, ध्यान रखें कि पानी से होने वाले नुकसान को वारंटी में शामिल नहीं किया जाता है, लेकिन अगर आपको फोन ऑन या ठीक से काम नहीं कर रहा है तो आपको सर्विस सेंटर पर जाकर उसे ठीक कराना पड़ेगा.

फोन गीला होने पर क्या नहीं करना चाहिए

  • फोन को सुखाने के लिए हेयर ड्रायर या ओवन का इस्तेमाल ना करें, क्योंकि फोन के इंटरनल पार्ट्स खराब हो सकते हैं.
  • अगर फोन गीला है तो उसे आप चार्ज करने की कोशिश ना करें और अगर फोन बंद है या हो गया है तो उसे ऑन करने की कोशिश भी ना करें, क्योंकि इससे फोन में शॉर्ट सर्किट हो सकता है और अगर फोन ठीक भी होगा तो खराब हो जाएगा.
  • अगर फोन भीग चुका है और पानी फोन के अंदर जा चुका है तो आप फोन को मत हिलाए. फोन की मूवमेंट को जितना हो सके कम कर दें क्योंकि इससे पानी फोन के उन पार्ट्स तक भी जा पहुंच सकता है, जहां तक पहले नहीं पहुंचा था.

कुछ एक्स्ट्रा टिप्स

आईपी रेटिंग को चेक करें: अगर आपके फोन में किसी भी तरह की आईपी रेटिंग दी गई है तो उसके बारे में पूरी जानकारी रखें. अगर आपको फोन में IP67, IP68 या IP69 जैसी रेटिंग दी गई है तो आमतौर पर वह बारिश में भींगने पर भी सुरक्षित रहता है, लेकिन फिर भी आप फोन की कंपनी के द्वारा दिए गए गाइडलाइंस को ध्यान से पढ़ें और उसके अनुसार सावधानी बरतें.

चार्जिंग पोर्ट्स की जांच: फोन को चार्ज करने से पहले सुनिश्चित करें कि कहीं फोन का चार्जिंग पोर्ट गीला तो नहीं है. आजकल कई नए इनोवेटिव फोन्स में नमी को डिटेक्ट करने के लिए डिटेक्शन सेंसर होता है, जो गीले पोर्ट में चार्जिंग को ऑटोमैटिकली रोक देता है.

बैकअप लें: अगर फोन गीला होने के बाद एक बार चालू हो जाता है तो आप सबसे पहले उसमें मौजूद डेटा का बैकअप ले लें, क्योंकि पानी से फोन को हुए नुकसान का असर भविष्य में भी हो सकता है और उस केस में आपका डेटा खो सकता है.

फोन को सुरक्षित कैसे रखें?

वाटरप्रूफ केस का इस्तेमाल करें: आप बारिश या गीले वातावरण में फोन को वाटरप्रूफ केस में रखें ताकि फोन में पानी ना जा पाए.

पोर्ट्स को कवर करें: फोन के लिए हमेशा ऐसे केस या कवर का इस्तेमाल करें जिसमें चार्जिंग पोर्ट्स और हेडफोन जैक को ढ़कने के लिए भी कवर लगे होते हैं.

नियमित सफाई करें: आपको अपने फोन की नियमित सफाई करना चाहिए, ताकि फोन के पोर्ट्स जमी धूल या नमी साफ हो सके.

गाइडलाइन्स ध्यान से पढ़ें: किसी भी फोन को खरीदने के बाद, फोन के बॉक्स में मौजूद मैनुअल में मेंशन की गई गाइडलाइन्स को ध्यान से पढ़ें और उनका ध्यान रखते हुए फोन का इस्तेमाल करें.

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