हैदराबाद: माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए एक नया और बड़ा फैसला लिया है. इस फैसले के तहत माइक्रोसॉफ्ट ने अपने कर्मचारियों के लिए एआई का इस्तेमाल करना अनिवार्य कर दिया है. कंपनी का मानना है कि उनके कर्मचारियों को एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टेक्नोलॉजी का इस्टेमाल करना जरूरी होगा, फिर चाहे उन्हें एआई टेक्नोलॉजी पसंद हो या ना हो. इसके अलावा एक सीक्रेट डॉक्यूमेंट से पता चला है कि माइक्रोसॉफ्ट अपने कर्मचारियों का परफॉर्मेंस रिव्यू उनके द्वारा किए गए एआई टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल और योगदान के आधार पर करेगा.
माइक्रोसॉफ्ट में एआई हुआ अनिवार्य
बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट अपने मैनेजर्स से कह रहा है कि वो अपने कर्मचारियों का परफॉर्मेंस रिव्यू इस आधार पर करें कि वो Copilot और ऐसे अन्य एआई टूल्स का इस्तेमाल कितनी बार और कितनी इफेक्टिव तरीके से करते हैं. माइक्रोसॉफ्ट की डेवलपर डिवीजन और GitHub की अध्यक्ष जूलिया लियूसन ने हाल ही में एक ईमेल में कंपनी के टॉप मैनेजमेंट से कहा कि कर्मचारियों का परफॉर्मेंस रिव्यू एआई टूल्स के उपयोग के आधार पर किया जाए.
उन्होंने इसके बारे में लिखा, “अब एआई हमारे काम का एक बुनियादी हिस्सा है. एआई का इस्तेमाल करना अब वैकल्पिक नहीं है. यह हर भूमिका और हर स्तर के लिए जरूरी है. ईमेल में साफ कहा गया है कि एआई अब कोई विकल्प नहीं है. माइक्रोसॉफ्ट का एआई टेक्नोलॉजी का यह नया और सख्त रूप दिखाता है कि कंपनी कितनी तेजी से एआई की ओर बढ़ रही है. इस नई पॉलिसी को कंपनी ने खासतौर पर अपने डेवलपर्स के लिए लागू किया है. उन्हें हर दिन एआई टूल्स का इस्तेमाल करने के लिए कहा जा रहा है. दरअसल, माइक्रोसॉफ्ट के एआई टूल कोपायलट का इस्तेमाल उनके ज्यादातर कर्मचारी नहीं कर रहा और इस एआई टूल को Cursor जैसे अन्य एआई कोडिंग टूल्स से कड़े कंप्टीशन का सामना करना पड़ रहा है.
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